तपती गर्मी से इस वक्त आधा भारत बेकल है. कई जगहों पर तपमान तो झुलसा देने वाला रहा है. ऐसे में अगर किसी को प्याज बुझाने के लिए भटकना पड़े तो क्या होगा. एक ऐसा ही मामला मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सीहोर (Sehore) से सामने आया है. जहां पर पानी के लिए लोगों को 2 किलोमीटर तक का लंबा सफर तय करना पड़ रहा है. एएनआई की रिपोर्ट के मुताबिक सीहोर ज़िले का पाटनी गांव (Patni Village) पानी की कमी से इस वक्त जूझ रहा है. आलम ऐसा है कि पानी लाने के लिए गांव के लोगों को करीब 2 किलोमीटर दूर जाना पड़ता है. लेकिन इतनी दुरी तय करने के बाद लोगों गंदा पानी नसीब होता है. वहीं एक स्थानीय महिला ने बताया कि गंदे पानी को ही पीते हैं क्या करें.
गांव के लोगों का कहना है कि हमारे गांव में एक टंकी है और एक पंप है. उससे गांव में पानी की पूर्ति नहीं हो पा रही है. गांव के लोगों ने एएनआई मीडिया से बात करते हुए गांव के सरपंच ने इकबाल ने कहा कि हम आवेदन जगह-जगह दे रहे हैं. लेकिन पानी की व्यवस्था नहीं हो पा रही. काम होने के बदले जवाब आता है कि होगा. मध्य प्रदेश में मौसम शुष्क होने के कारण राजधानी समेत प्रदेशभर में गर्मी ने अपना रंग दिखाना शुरू कर दिया है.
ANI का ट्वीट:-
Madhya Pradesh: Locals of Patni village in Sehore travel at least 2 kms daily to fetch water. A villager says,"there is no water in our village. We don't have any other choice. The increasing heat is making our lives difficult. I urge PM Modi and CM Shivraj Ji to help us." pic.twitter.com/A7qDaazdbD
— ANI (@ANI) May 29, 2020
बता दें कि पंजाब, हरियाणा, दक्षिणी उप्र, मध्य प्रदेश, राजस्थान, तेलंगाना और तटीय आंध्र प्रदेश में तापमान में वृद्धि जारी है. फिलहाल मध्य प्रदेश में तापमान में 41 डिग्री है. गर्मी के कारण लोगों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. इस वक्त शिवराज सिंह चौहान सरकार के बड़ी चुनौती है कि एक तरफ से तो उनकी सरकार कोरोना वायरस से जंग लड़ रही है और दूसरी तरफ मौसम के बदलते मिजाज के मद्देनजर जनता को होने वाली परेशानियों को दूर करें