Pune Water Cut: पुणे के नागरिकों के लिए बड़ी खबर! गुरुवार 3 अप्रैल को रहेगा शहर में पानी बंद, मेंटेनेंस के लिए लिया महानगर पालिका ने फैसला
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Pune Water Cut: पुणे शहर के नागरिकों के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण सूचना है. जल आपूर्ति प्रणाली का रखरखाव और मरम्मत कार्य पुणे महानगर पालिका द्वारा किया जाएगा, इसलिए पूरे शहर की जल आपूर्ति  गुरुवार, 3 अप्रैल, 2025 को बंद रखी जाएगी.महानगर पालिका ने नागरिकों से सहयोग करने की अपील की है.

पालिका के जलप्रदाय विभाग की जानकारी के अनुसार गर्मी में पानी की बढ़ती मांग को देखते हुए और भविष्य में अचानक वाटर मैनेजमेंट खराब होने की आशंका से बचने के लिए नगर निगम के जलप्रदाय विभाग ने यह आदेश दिया है.विभिन्न जल केन्द्रों में विद्युत एवं पम्पिंग प्रणालियों की तत्काल मरम्मत करना आवश्यक हो गया है.इन सभी महत्वपूर्ण कार्यों को एक ही दिन में पूरा करने के लिए गुरुवार 3 अप्रैल 2025 को शहर में जलापूर्ति बंद करने का निर्णय लिया गया है.ये भी पढ़े:Pune Municipal Corporation: सावधान! अगर ज्यादा पानी का किया उपयोग तो होगी कार्रवाई, पुणे के नागरिकों को महानगर पालिका की चेतावनी

3 अप्रैल को किया जाएगा काम

इस दिन शहर के प्रमुख जल शोधन संयंत्रों एवं पंपिंग स्टेशनों में आवश्यक मरम्मत कार्य किए जाएंगे. इसके चलते गुरुवार को पूरे दिन जलापूर्ति नहीं होगी.शुक्रवार, 4 अप्रैल, 2025 को सुबह पानी की आपूर्ति शुरू हो जाएगी, लेकिन इसमें देरी होने और कम दबाव के साथ होने की संभावना है. इसलिए, नागरिकों से पानी का संयम से उपयोग करने की अपील की गई है.

इन जल केंद्रों पर होगा परिणाम

यह रखरखाव कार्य शहर के कई प्रमुख जल केंद्रों और पंपिंग स्टेशनों के कामकाज को प्रभावित करेगा.इनमें मुख्य रूप से न्यू पार्वती और पुरानी पार्वती जल शोधन केंद्र ,पार्वती टैंकर प्वाइंट, भामा आसखेड़ जल ​​केंद्र, लश्कर जल केंद्र, होल्कर जल केंद्र, वडगांव जल केंद्र शामिल हैं.राजीव गांधी पंपिंग कात्रज चौक क्षेत्र के अंतर्गत केदारेश्वर टैंक, महादेवनगर टैंक, आगम मंदिर टैंक, श्रीहरि टैंक, खडकवासला जैकवेल, वारजे जल शोधन केंद्र चरण 1 और 2, एसएनडीटी, गांधी भवन, पैनकार्ड क्लब, चतु:श्रृंगी टैंक एरिया,कोंडवे-धावड़े जल केंद्र और रॉ वाटर केंद्रों पर परिचालन भी बंद रहेगा.पुणे नगर पालिका ने नागरिकों से अपील की है कि वे बुधवार तक पर्याप्त पानी जमा कर लें और जलापूर्ति बंद होने के दौरान और बाद में पानी का संयम से उपयोग करें और प्रशासन का सहयोग भी करें.