
Byju Raveendran: Byju’s, जो कभी दुनिया की सबसे बड़ी एड-टेक कंपनी थी, अब दिवालियापन की कगार पर है. इस बीच कंपनी के फाउंडर बायजू रवींद्रन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी एक पुरानी तस्वीर साझा करते हुए एक प्रेरणादायक कैप्शन लिखा है. उन्होंने कहा, "टूट गए, नहीं टूटे. हम फिर से उठेंगे." इस पोस्ट के जरिए उन्होंने संकेत दिया कि Byju's को फिर से खड़ा करने की कोशिशें जारी हैं. Byju’s ने गणित, भौतिकी और रसायन विज्ञान जैसे विषयों के लिए ऑनलाइन ट्यूटोरियल्स की पेशकश की थी.
कोविड-19 महामारी के दौरान, जब स्कूल बंद हो गए थे, तब ऑनलाइन शिक्षा की मांग बढ़ी और Byju's का बिज़नेस तेजी से फलता-फूलता गया.
कैसे शुरू हुआ Byju's का संकट?
2022 तक Byju’s की वैल्यूएशन $22 बिलियन तक पहुंच गई थी, लेकिन जैसे ही स्कूल और कोचिंग सेंटर फिर से खुले, कंपनी के राजस्व में गिरावट आने लगी. इसके बावजूद, Byju’s ने कई अन्य कंपनियों का अधिग्रहण कर लिया, जिससे आर्थिक संकट और बढ़ गया.
2023 में, भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने Byju’s के खिलाफ $19 मिलियन के बकाया भुगतान को लेकर दिवालियापन की कार्यवाही शुरू करने की अपील की थी. हालांकि, दोनों पक्षों के बीच समझौता हो गया और Byju’s ने पूरी राशि चुकाने पर सहमति जताई.
बायजू रवींद्रन ने लगाए मिलीभगत के आरोप
इसके बाद, अमेरिकी लेंडर्स (Glas Trust) ने सुप्रीम कोर्ट में आरोप लगाया कि Byju’s ने जो पैसा कर्जदाताओं को लौटाना था, उसका इस्तेमाल BCCI का बकाया चुकाने में किया. कंपनी ने कुप्रबंधन के आरोपों से इनकार किया, लेकिन सुप्रीम कोर्ट ने दिवालियापन की प्रक्रिया शुरू करने का आदेश दे दिया.
LinkedIn पर एक पोस्ट में बायजू रवींद्रन ने कहा कि Byju’s को गलत तरीके से घसीटा जा रहा है और कुछ लोग इस स्थिति का फायदा उठा रहे हैं. उन्होंने Glas Trust, EY (कंसल्टेंसी फर्म) और पूर्व समाधान पेशेवर पंकज श्रीवास्तव पर मिलीभगत के आरोप लगाते हुए गहन जांच की मांग की है.