NEET Paper Leak Latur Connection: नीट पेपर लीक (NEET Paper Leak Case) मामला पूरे देश में चर्चा में है. इस मामले के तार अब बिहार (Bihar) के बाद महाराष्ट्र तक पहुंच गए हैं. राज्य की नांदेड़ एटीएस (Nanded ATS) टीम ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है. गिरफ्तार दोनों जिला परिषद के शिक्षक हैं.
जानकारी के मुताबिक़,' इनमें से एक लातूर (Latur) में और दूसरा सोलापुर (Solapur) में काम करता है. एटीएस की टीम दोनों से गहनता से पूछताछ कर रही है. इस जांच में कुछ और गंभीर जानकारियां सामने आएंगी. इस बीच स्वास्थ्य मंत्रालय (Ministry of Health) ने आज (23 जून) होने वाली NEET-PG परीक्षा को आगे बढाने का बड़ा फैसला लिया है. ये भी पढ़े :NEET Paper Leak: राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा पेपर लीक मामले में CBI का एक्शन, शिक्षा मंत्रालय की शिकायत पर पहली FIR दर्ज
दोनों संशयित जिला परिषद के शिक्षक है
नांदेड़ एटीएस द्वारा गिरफ्तार किए गए दोनों की पहचान संजय तुकाराम जाधव और जलील उमर खान पठान के रूप में की गई है. एटीएस ने लातूर और सोलापुर में छापेमारी कर दोनों को अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार किया. एटीएस को शक है कि ये दोनों आपस में जुड़े हुए हैं और पेपर लीक मामले में इनकी अहम भूमिका है. दोनों के जिला परिषद शिक्षक होने का भी दावा किया गया है.मेडिकल शिक्षा के लिए होने वाली नीट (NEET) परीक्षा में बड़े घोटाले का आरोप है. विपक्ष ने इस मुद्दे पर केंद्र और राज्य सरकार को निशाने पर ले लिया है. इसलिए सरकार सक्रिय हो गई है. इस मामले की गहनता से जांच की जा रही है.
गिरफ्तारी के बाद महाराष्ट्र में मचा हड़कंप:
नीट ( NEET) परीक्षा स्कैम मामले में लातूर से दो लोगों की गिरफ्तारी से राज्य में हड़कंप मच गया है. एबीपी माझा की रिपोर्ट के मुताबिक, लातूर से गिरफ्तार किया गया संजय जाधव बोथी टांडा चाकुर का रहने वाला है. जिला परिषद शिक्षक होने के नाते, वह वर्तमान में सोलापुर के टाकली जिला परिषद प्राथमिक विद्यालय में कार्यरत है. उमर खान पठान लातूर के अंबाजोगाई रोड इलाके में रहते हैं. वे कातपूर के जिला परिषद स्कूल में कार्यरत है . दोनों की लातूर में निजी कोचिंग क्लासेज भी हैं
इस बीच, कई छात्र नीट ( NEET) परीक्षा में अच्छा स्कोर करने के लिए निजी ट्यूशन लेते हैं. मुंबई, ठाणे, पुणे, लातूर आदि स्थानों में ऐसी ट्यूशन क्लासेज काफी ज्यादा है. यही कारण है कि ये प्राइवेट ट्यूशन क्लासेज के संचालक अपनी संस्था, और क्लासेज का नाम बड़ा करने के लिए और पैसों के लिए इस तरह का गलत काम भी करते है.
छात्र और अभिभावक भी अधिक मार्क्स की चाहत में फंस जाते हैं और ज्यादा पैसा देकर ट्यूशन क्लासेज के जाल में फंस जाते है. इससे ईमानदार विद्यार्थियों के साथ अन्याय होता है. अब नीट ( NEET ) परीक्षा में भी बड़े पैमाने पर स्कैम होने के आरोप लग रहे है. तो क्या लातूर शहर में भी इसके कोई सूत्र हैं? इस संबंध में अभी जांच जारी है.