Jahangirpuri Violence: मुठभेड़ के बाद जहांगीरपुरी से हथियार सप्लायर गिरफ्तार, संदिग्ध फोन नंबरों की कॉल डिटेल खंगाल रही है क्राइम ब्रांच
जहांगीरपुरी हिंसा (Photo Credit: Facebook)

जहांगीरपुरी हिंसा (Jahangirpuri Violence) मामले में दिल्ली पुलिस ने हथियार बेचने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया है. दिल्ली पुलिस ने जहांगीरपुरी इलाके में हथियार बेचने वाले एक आरोपी को मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार किया. आरोपी आर्म्स सप्लायर पर 60 से ज्यादा मामले दर्ज हैं. पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में आरोपी जख्मी भी हुआ है. इस बीच दिल्ली हिंसा के गिरफ्तार आरोपी सोनू चिकना से बरामद पिस्तौल को लेकर पुलिस ने जांच तेज कर दी है. अब तक की जांच में पता चला है कि सोनू चिकना उर्फ यूनुस ने ये पिस्तौल दिल्ली में किसी जानने वाले शख्स से ली थी. दिल्ली हिंसा: जहांगीरपुरी में बुलडोजर का खौफ, सामान हटाते नजर आए स्थानीय लोग.

जहांगीरपुरी में हुई हिंसा के सिलसिले में गिरफ्तार किए गए पांच आरोपियों पर दिल्ली पुलिस ने सख्त राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) लगाया है. पुलिस ने कहा कि कड़े कानून के तहत जिनपर मामला दर्ज किया गया है उनमें हिंसा का कथित ‘‘मुख्य साजिशकर्ता’’ अंसार और सोनू शामिल हैं, जिसे शनिवार को हिंसा के दौरान एक वीडियो में गोलीबारी करते हुए देखा गया था. इनके अलावा सलीम, दिलशाद और अहिर के खिलाफ भी एनएसए लगाया गया है.

दिल्ली भाजपा के मीडिया प्रमुख नवीन कुमार ने ‘पीटीआई-’ से कहा, ‘‘मुख्य आरोपी अंसार एक अन्य नेता के साथ जनवरी 2020 में भाजपा छोड़ चुका था और उसने विधानसभा चुनाव से पहले आप की सदस्यता ले ली थी। आप नेता 16 अप्रैल की घटना में अंसार के शामिल होने से उनका हिंदू विरोधी चेहरा जाहिर होने के बाद से इस तथ्य को छिपा रहे हैं।’’

पुलिस के मुताबिक, हनुमान जयंती के मौके पर निकाली गई शोभायात्रा के दौरान हुई झड़पों के सिलसिले में अब तक 25 लोगों को गिरफ्तार किया गया जबकि दो नाबालिगों को पकड़ा गया है. इस बीच पुलिस ने कहा कि जहांगीरपुरी में हालात सामान्य हो रहे हैं और हिंसा प्रभावित क्षेत्र में भारी सुरक्षा बल तैनात है. पुलिस ने बताया कि गलियों में कुछ दुकानें खुली हैं जिनमें से ज्यादातर किराने की दुकानें हैं और लोगों की आवाजाही भी सामान्य हो रही है.

इलाके में 24 घंटे 500 से ज्यादा पुलिस कर्मियों और अतिरिक्त बलों की छह कंपनियों को तैनात रखा गया है. पुलिस ने बताया कि आंसू गैस से लैस और पानी की बौछार करने वाले कुल 80 दलों को तैनात रखा गया है. संवेदनशील इलाकों में छतों पर निगरानी रखने के लिए ड्रोन का भी इस्तेमाल किया जा रहा है.

उधर भाजपा और आम आदमी पार्टी ने एक दूसरे पर हिंसा के ‘मुख्य साजिशकर्ता’ से तार जुड़े होने का आरोप लगाया है. एक संवाददाता सम्मेलन में आप के मुख्य प्रवक्ता सौरभ भारद्वाज ने आरोप लगाया कि 16 अप्रैल को हुई झड़पों के ‘‘मास्टरमाइंड’’ में से एक मोहम्मद अंसार ‘‘बीजेपी का सक्रिय नेता’’ था. पार्टी ने सोशल मीडिया पर कुछ तस्वीरें भी साझा कीं, जिसमें अंसार भगवा टोपी पहने और भाजपा का दुपट्टा पहने नजर आ रहा है तथा बीजेपी के अन्य नेताओं के साथ किसी राजनीतिक कार्यक्रम में भाग लेते दिख रहा है. हालांकि बीजेपी ने आरोपों से इनकार करते हुए कहा कि आप नेता जहांगीरपुरी हिंसा में अपने कार्यकर्ताओं की भूमिका से ध्यान हटाने के लिए झूठ बोल रहे हैं.

दिल्ली भाजपा के मीडिया प्रमुख नवीन कुमार ने ‘पीटीआई-’ से कहा, ‘‘मुख्य आरोपी अंसार एक अन्य नेता के साथ जनवरी 2020 में बीजेपी छोड़ चुका था और उसने विधानसभा चुनाव से पहले आप की सदस्यता ले ली थी. आप नेता 16 अप्रैल की घटना में अंसार के शामिल होने से उनका हिंदू विरोधी चेहरा जाहिर होने के बाद से इस तथ्य को छिपा रहे हैं.’’