Post Office Saving Schemes: डाकघर की किस बचत योजना से मिलेगा बैंकों से भी जादा फायदा? जानिए नई ब्याज दर
रुपया (Photo Credits: Twitter/File)

Best Small Saving Schemes: इंडिया पोस्ट (India Post) निवेशकों के लिए कई जमा विकल्प प्रदान करता है, जिन्हें आमतौर पर डाकघर बचत योजनाओं के रूप में जाना जाता है. वर्तमान में 9 डाकघर बचत योजनाएं चल रही है. इन नौ छोटी बचत योजनाओं में सार्वजनिक भविष्य निधि (PPF), सुकन्या समृद्धि योजना (SSY), राष्ट्रीय बचत प्रमाणपत्र (NSC), 5 साल के लिए पोस्ट ऑफिस टर्म डिपोजिट और वरिष्ठ नागरिक बचत योजना (SCSS) शामिल हैं. इसके अलावा, डाकघर (Post Office) में न्यूनतम 500 रुपये जमा कर बचत खाता (Savings Account) खोलने की सुविधा भी दी जा रही है. सरकार इन छोटी बचत योजनाओं पर लागू ब्याज दरों को समय-समय पर संशोधित करती रहती है. विभिन्न राष्ट्रीय (लघु) बचत योजनाओं पर लागू ब्याज दरें निम्नानुसार हैं-

संख्या योजना नई ब्याज दर चक्रवृद्धिता बारंबरता
01. डाकघर बचत खाता (बचत बैंक) 4.0 वार्षिक
02. 1 वर्षीय टीडी खाता 5.5 तिमाही
03. 2 वर्षीय टीडी खाता 5.5 तिमाही
04. 3 वर्षीय टीडी खाता 5.5 तिमाही
05. 5 वर्षीय टीडी खाता 6.7 तिमाही
06. 5-वर्षीय आवर्ती जमा खाता (आरडी) 5.8 रु. 100/- का परिपक्वता मूल्य तिमाही
07. वरिष्ठ नागरिक बचत योजना 7.4 त्रैमासिक और भुगतान किया
08. मासिक आय योजना खाता 6.6 मासिक और भुगतान किया
09. 5 वर्षीय राष्ट्रीय बचत पत्र ( VIII संस्करण)) 6.8 वार्षिक
10. पीपीएफ 7.1 वार्षिक
11. किसान विकास पत्र 6.9 (124 महीने में परिपक्व होगी) वार्षिक
12. सुकन्या समृद्धि खाता 7.6 वार्षिक

उल्लेखनीय है कि डाक विभाग (डीओपी) और इंडिया पोस्ट पेमेन्ट्स बैंक (आईपीपीबी) ने 15 दिसंबर को ‘डाकपे’ नाम के एक नए डिजिटल पेमेन्ट ऐप को लॉन्च किया. देशभर के प्रत्येक नागरिक तक वित्तीय सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए ‘डाकपे’ को एक डिजिटल पेमेन्ट ऐप की तर्ज पर पेश किया गया है. यह देशभर में फैले डाक विभाग के व्यापक नेटवर्क के माध्यम से इंडिया पोस्ट और आईपीपीबी द्वारा प्रदान की जाने वाली डिजिटल वित्तीय और सहायक बैंकिंग सेवाओं का एक समूह है, जिसका उद्देश्य समाज के विभिन्न वर्गों की वित्तीय ज़रूरतों को पूरा करना है.

‘डाकपे’ ऐप की मदद से आप अपने प्रियजनों को पैसा भेजना (डोमेस्टिक मनी ट्रांसफर-डीएमटी), क्यूआरकोड को स्कैन कर विभिन्न सेवाओं के लिए दुकानदार को भुगतान करना (यूपीआई सुविधा और वर्चुअल डेबिट कार्ड), बायोमेट्रिक के माध्यम से नकदरहित व्यवस्था को सक्षम बनाना, किसी भी बैंक के ग्राहकों को अंतर-बैंकिंग सेवाएं प्रदान करना (एईपीएस), ज़रूरी सेवाओं के बिलों का भुगतान जैसी तमाम सेवाओं का लाभ उठा सकते है.