नई दिल्ली: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने मंगलवार को बंगाल की खाड़ी सहित उत्तर हिंद महासागर के ऊपर उष्णकटिबंधीय चक्रवातों (Cyclones) के नामों की एक नई सूची जारी की. जिसमें 13 देशों में आने वाले 169 चक्रवातों के नाम जारी किए गए हैं. आईएमडी द्वारा जारी की गई सूची में गती, तेज, मुरासु, आग, व्योम, झार, प्रोबाहो, नीर, प्रबंजन, घुन्नी, अंबुद, जलधि और वेगा शामिल हैं, जबकि चक्रवातों के कुछ बांग्लादेशी नाम निसारगा, बिप्रजॉय, अर्नब और उपकुल दिए गए हैं.
मिली जानकारी के मुताबिक इस सूची में प्रत्येक 13 सदस्य देशों के लिए 13 चक्रवातों के नाम शामिल हैं. सभी सदस्य देश की पहली वर्णमाला के आधार पर नामों को क्रमिक रूप में किया गया है. रिपोर्टें बताती हैं कि यदि चक्रवात की गति 34 समुद्री मील प्रति घंटे से अधिक है, तो इसे एक विशेष नाम देना आवश्यक होता है. हिंद महासागर क्षेत्र जिसमें 8 देश (भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका, बांग्लादेश, मालदीव, म्यांमार, ओमान और थाईलैंड) शामिल हैं. आठ देश का समूह साल 2004 से चक्रवाती तूफानों को नाम दे रहा हैं. राजधानी दिल्ली समेत कई राज्यों में आंधी-तूफान के साथ हुई हल्की बारिश, देखें तस्वीरें
यहां देखें 169 चक्रवातों के नाम-
IMD issues new list of Names of Tropical Cyclones over north Indian Ocean. The current list has a total of 169 names including 13 names each from 13 WMO/ESCAP member countries. Detailed Press Release available at https://t.co/dArV0Ug8nh and https://t.co/wRl94BzRXr pic.twitter.com/ge0oVz4riD
— India Met. Dept. (@Indiametdept) April 28, 2020
भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने बयान जारी कर कहा, "विभिन्न महासागर पर बनने वाले उष्णकटिबंधीय चक्रवातों का नाम संबंधित रीजनल स्पेस्लाइजड मौसम विज्ञान केंद्र और रीजन ट्रॉपिकल साइक्लोन वार्निग सेंटर द्वारा रखा गया है. बंगाल की खाड़ी और अरब सागर सहित उत्तर हिंद महासागर के लिए उष्णकटिबंधीय चक्रवातों के नाम एक मानक प्रक्रिया का पालन करते हुए नई दिल्ली स्थित रीजन ट्रॉपिकल साइक्लोन वार्निग सेंटर ने प्रदान किया है."
उल्लेखनीय है कि दुनिया भर में, छह रीजनल स्पेस्लाइजड मौसम विज्ञान केंद्र (आरएसएमसीएस) और पांच रीजन ट्रॉपिकल साइक्लोन वार्निग सेंटर्स (टीसीडब्ल्यूसीएस) हैं. ये सभी उष्णकटिबंधीय चक्रवातों को लेकर परामर्श और इनके नाम जारी करते हैं. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग 13 सदस्य देशों को उष्णकटिबंधीय चक्रवात और तूफान वृद्धि से जुड़ी सलाह देने वाले छह रीजनल स्पेस्लाइजड मौसम विज्ञान केंद्र में से एक है. (एजेंसी इनपुट के साथ)