केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्रालय (Human Resource Development Ministry) ने डिजिटल शिक्षा के दौरान छात्रों में मानसिक एवं शारीरिक तनाव से निपटने सहित अन्य मुद्दों पर स्कूलों के प्रमुखों, शिक्षकों, अभिभावकों, छात्रों के लिए 'गाइडलाइंस तैयार की है. केंद्रीय मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने मंगलवार को यह जानकारी दी. रमेश पोखरियाल निशंक (Ramesh Pokhriyal Nishank) ने ट्वीट कर कहा, ''स्कूलों के प्रमुखों, शिक्षकों, अभिभावकों, छात्रों के लिए 'डिजिटल शिक्षा दिशा निर्देश 'प्राज्ञाता' पेश कर रहे हैं.
मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने डिजिटल एजुकेशन (Digital Education) के लिए नई गाइडलाइंस जारी की है. जिसके तहत ऑनलाइन क्लासेज के समय को सीमित कर दिया गया है. एचआरडी मिनिस्ट्री के मुताबिक, प्री-प्राइमरी स्टूडेंस के लिए ऑनलाइन क्लास का समय 30 मिनट से ज्यादा नहीं होना चाहिए. यह भी पढ़ें: JEE-NEET के मॉक टेस्ट अब हिंदी में भी उपलब्ध, 'नेशनल टेस्ट अभ्यास' ऐप में लॉन्च हुआ ये खास फीचर- ऐसे करें इस्तेमाल.
यहां देखें रमेश पोखरियाल निशंक का ट्वीट-
Introducing 'PRAGYATA': Guidelines on #DigitalEducation for school heads, teachers, parents, and students containing recommended screen time for children, tips on coping with mental/physical stress during #DigitalLearning & more. Stay tuned for more details.#PRAGYATA pic.twitter.com/o1BkkhID7j
— Dr. Ramesh Pokhriyal Nishank (@DrRPNishank) July 14, 2020
गाइडलाइन में कक्षा 1 से 12 तक के छात्रों के लिए एनसीईआरटी के एकेडमिक कैलेंडर को भी अपनाने का सुझाव दिया गया है. एचआरडी मिनिस्ट्री के दिशा-निर्देशों के अनुसार, कक्षा पहली से आठवीं तक के लिए प्रत्येक 45 मिनट तक के दो ऑनलाइन सेशन, कक्षा नौ से 12वीं के लिए चार सेशन होंगे.
गौरतलब है कि कोरोना महामारी को देखते हुए देशभर के स्कूलों में अभी ऑनलाइन क्लासेस से पढ़ाई चल रही है. केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा, देश में कोरोना वायरस के प्रकोप के बाद मार्च के मध्य से नियमित स्कूली शिक्षा निलंबित कर दी गई थी. शैक्षणिक संस्थानों को फिर से नहीं खोला जा सका क्योंकि महामारी का खतरा अभी कम नहीं हुआ है.