चंडीगढ़: कोरोना (COVID-19) की दूसरी लहर के कमजोर पड़ने के बाद पाबंदियों को धीरे-धीरे खत्म किया जा रहा है. कोरोना के मामले कम होने के बाद अशिकांश राज्यों में अपर क्लासेस के लिए स्कूल खोले जा चुके हैं. हालांकि कई राज्यों में प्राइमरी स्कूल के खुलने का इंतजार है. तीसरी लहर की आशंका को देखते हुए ज्यादातर राज्यों में पहली से पांचवीं तक के स्कूलों को बंद ही रखा गया है. इस बीच हरियाणा (Haryana) की मनोहर लाल खट्टर सरकार ने राज्य में पहली से तीसरी तक के स्कूलों को खोलने का फैसला किया है. Delhi School Reopen: दिल्ली में 8वीं तक के बच्चों के लिए अभी नहीं खुलेंगे स्कूल, 50 फीसदी क्षमता के साथ चलेंगी 9वीं-12वीं की कक्षाएं.
हरियाणा के शिक्षा मंत्री कंवर पाल गुर्जर ने कहा, हम 20 सितंबर से पहली कक्षा से तीसरी कक्षा तक के स्कूलों को खोलने जा रहे हैं. बच्चों को कक्षा में बैठने की अनुमती तब मिलेगी जब उनके पास माता-पिता से लिखित तौर पर स्कूल आने की अनुमति होगी. अब तक हमारे 70 फीसदी शिक्षकों का वैक्सीनेशन हो गया है.
शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने कहा था कि छात्रों को अपने माता-पिता की लिखित अनुमति लेनी होगी इसके अलावा, जो छात्र फिजिकल कक्षाओं में शामिल नहीं होना चाहते हैं, वे ऑनलाइन कक्षाओं के साथ आगे बढ़ सकते हैं. दो छात्रों के बीच कम से कम छह फीट का अंतर बनाए रखना होगा.
इससे पहले हरियाणा में 1 सितंबर से चौथी और पांचवीं कक्षा के विद्यार्थियों के लिए स्कूल खोले जा चुके हैं. सीनियर कक्षाओं के लिए स्कूल इससे पहले जलाई में ही खुल चुके थे.
हरियाणा में बुधवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 12 नये मामले सामने आये जबकि इस महामारी से एक और व्यक्ति की मौत हो गई. हरियाणा में पिछले एक सप्ताह से कोविड-19 से मौत का कोई नया मामला दर्ज नहीं किया गया था.
हेल्थ बुलेटिन के अनुसार आठ मामले गुरुग्राम जिले से सामने आए. हालांकि राज्य के कुल 22 जिलों में से 18 में कोई नया मामला सामने नहीं आया है. राज्य में सक्रिय मरीजों की संख्या 105 है.