नई दिल्ली: देशभर में आम जनता को त्योहारी सीजन में मंहगाई की मार झेलनी पड़ रही है. आम आदमी की रसोई से प्याज गायब हो रहा है. प्याज के दामों में इजाफा जारी है और अब प्याज शतक की तरफ बढ़ रहा है. देश के अलग-अलग राज्यों में प्याज के दाम 70 और 90 रुपये के बीच में चल रहे हैं. दिवाली तक प्याज की कीमत में गिरावट के कोई आसार नहीं हैं, हालांकि सरकार इसपर काम कर रही है. पिछले एक हफ्ते में प्याज की कीमत दोगुनी होकर 30-35 रुपये प्रति किलो से 90 रुपये प्रति किलो हो गई है. इस बीच सरकार अपने बफर स्टॉक से 25 रुपये प्रति किलोग्राम की रियायती कीमत पर प्याज बेच रही है. Onion Price: दिवाली तक और कटेगी जेब, जानें कब सस्ता होगा प्याज.
सरकार ने 170 से अधिक शहरों और 685 केंद्रों में प्याज बिक्री स्टॉल लगाए हैं, जहां प्याज 25 रुपये प्रति किलोग्राम के भाव से मिल रहा है. सरकार ने प्याज की कीमतों को नियंत्रित करने के लिए कई कदम उठाए हैं, जिसमें अपने बफर स्टॉक से प्याज जारी करना और आयात बढ़ाना शामिल है.
बफर स्टॉक से प्याज का अगस्त के दूसरे सप्ताह से देश भर के प्रमुख उपभोग केंद्रों में लगातार निपटान किया गया है, और एनसीसीएफ और एनएएफईडी द्वारा संचालित मोबाइल वैन के माध्यम से खुदरा उपभोक्ताओं को 25 रुपये प्रति किलोग्राम की दर से आपूर्ति भी की गई है.
प्याज की कीमतों में कमी के लिए सरकार उठा रही कदम
केंद्र ने हाल ही में घोषणा की है कि वह बफर के लिए अतिरिक्त 2 लाख टन प्याज खरीदेगा, जो पहले से खरीदे गए 5 लाख टन से अधिक है. उपभोक्ता मामलों के सचिव रोहित कुमार सिंह ने कहा, ‘‘हम अगस्त के मध्य से बफर प्याज को बाजार में उतार रहे हैं. कीमतों में तेजी को रोकने तथा उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए हम इसकी खुदरा बिक्री बढ़ा रहे हैं.’’
रोहित कुमार सिंह ने कहा, ‘‘सरकार थोक और खुदरा बाजारों में बफर स्टॉक का प्याज जारी कर कीमतों में अनुचित वृद्धि को रोकना चाहती है."