मुंबई: 10 सितंबर को गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturthi 2021) है. मुंबई (Mumbai) सहित पूरे महाराष्ट्र में इसके लिए पूरे जोर-शोर से तैयारी चल रही है. गणपति भक्त उनके स्वागत के लिए पूरी तरह से तैयार हैं लेकिन कोरोना महामारी के कारण इस बार भव्य आयोजन पर रोक लगाई गई है. कोरोना प्रोटोकॉल के तहत गणपति उत्सव के कुछ नियम निर्धारित किए गए हैं, जिनका पालन करना बहुत जरूरी है. Maharashtra: क्या नागपुर में वाकई आ चुकी है कोरोना की तीसरी लहर? त्योहारों से पहले लौटेंगी पाबंदियां.
मुंबई हमेशा से गणपति उत्सव के लिए जाना जाता है. यहां इस त्योहार की भव्यता हर किसी का मन मोह लेती है. हालांकि कोरोना के चलते त्योहार की चमक कम हुई है. इस बीच मुंबई पुलिस ने कहा कि वह उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करना शुरू करेगी जो मास्क नहीं पहनते हैं और अन्य कोविड -19 नियमों का उल्लंघन करते हैं.
गणेश चतुर्थी से पहले मुंबई पुलिस ने गणपति मंडलों से भक्तों के लिए ऑनलाइन दर्शन को बढ़ावा देने का आग्रह किया है. मुंबई पुलिस ने कहा कि यदि कोई भक्त शारीरिक रूप से मंडल जा रहा है, तो भीड़ से बचने के लिए एक टोकन सिस्टम और शेड्यूलिंग होनी चाहिए. Maharashtra: त्योहारों के साथ कोरोना की तीसरी लहर की हो सकती है एंट्री, सीएम ने किया अलर्ट.
11 दिवसीय उत्सव 10 सितंबर से शुरू होगा. महाराष्ट्र सरकार ने कोरोना महामारी (COVID-19) के मद्देनजर गणेश चतुर्थी या गणेशोत्सव 2021 के लिए दिशानिर्देश जारी किए हैं. दिशानिर्देशों के अनुसार, गणपति मंडलों को गणपति पंडाल स्थापित करने के लिए संबंधित नगर पालिका या स्थानीय प्राधिकरण से अनुमति की आवश्यकता है.
मुंबई में, बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) ने केवल 519 मंडलों को गणेश चतुर्थी या गणेशोत्सव के लिए गणपति पंडाल स्थापित करने की अनुमति दी है. राज्य सरकार के दिशानिर्देशों के आधार पर बीएमसी ने भीड़ से बचने के लिए प्रोटोकॉल जारी किए हैं.
- सार्वजनिक स्थानों पर गणपति मंडलों के लिए मूर्तियों की ऊंचाई 4 फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए.
- घर में गणपति की मूर्तियों की अधिकतम ऊंचाई 2 फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए.
- लोगों को घर में पूजा के लिए धातु, संगमरमर या मिट्टी की मूर्तियों को प्राथमिकता देनी चाहिए.
- मूर्तियों का विसर्जन स्थानीय प्राधिकरण द्वारा तैयार किए गए कृत्रिम तालाबों में ही करना चाहिए.
- उत्सव के पहले दिन और विसर्जन के दिन किसी भी जुलूस की अनुमति नहीं होगी.
- गणपति मंडल सुनिश्चित करें कि आरती के दौरान उनके पंडालों में भीड़ न हो.
- किसी भी समय पंडालों के अंदर केवल पांच वॉलिंटियर्स को अनुमति होगी.
- ऑनलाइन दर्शन की सुविधा होनी चाहिए.
- मंडलों को सांस्कृतिक या मनोरंजन कार्यक्रमों के बजाय स्वास्थ्य और रक्तदान शिविर आयोजित करने के लिए कहा गया है.
गणेश चतुर्थी के दौरान सुरक्षा के लिए मुंबई पुलिस ने सभी 13 जोन में विशेष टीमों का गठन किया है. प्रत्येक टीम में एक वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक, एक API, दो PSI और 11 कांस्टेबल होंगे. वे समारोह के दौरान COVID-19 संबंधित दिशा-निर्देशों का सख्ती से पालन सुनिश्चित करेंगे. इसके अलावा, वे इस बात की भी निगरानी करेंगे कि स्थानीय पुलिस थाना उल्लंघन करने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है या नहीं.