चक्रवाती तूफान 'अम्फान' (Super Cyclone Amphan) से पश्चिम बंगाल में हुई भारी तबाही के बाद राज्य की सरकार जनजीवन को पटरी पर लाने की कोशिशों में जुट गई है. चक्रवाती तूफान ‘अम्फन' के कारण कई इलाकों में न तो पानी की सुविधा है और नहीं बिजली की व्यवस्था. वहीं कुछ इलाकों में तबाह हुई बुनियादी सुविधाओं की बहाली के लिए राज्य की सरकार की ओर से मदद मांगने के बाद भारतीय आर्मी कार्य में जुटी है. इसी कड़ी में पश्चिम बंगाल गृह विभाग ने जानकारी देते हुए कहा कि राज्य विद्युत वितरण कंपनी की रिपोर्ट है कि गरिया, बांसडीरोनी, केस्तोपुर, बागुईहाटी, तेघोरिया, साल्ट लेक, न्यू टाउन, बारासात, तमलुक, एगरा, कोंताई, कृष्णानगर, संतापुर, रंगत, ग्यासपुर और कल्याणी के कुछ हिस्सों में बिजली बहाल कर दी गई है.
पश्चिम बंगाल गृह विभाग ने आगे जानकारी देते हुए कहा कि नादिया और पूर्व मिदनापुर के प्रमुख क्षेत्रों में बिजली बहाल कर दी गई है. अधिकांश सिंचाई पंपिंग स्टेशन अभी चालू हैं. तूफान के कारण बंगाल के तीन हिस्सों में सबसे अधिक नुकसान पहुंचा है. अब तक चक्रवात से 86 लोगों की मौत हो गई, कई मकान क्षतिग्रस्त और फसलें बर्बाद हो गई. वन विभाग और कोलकाता नगर निगम ने सड़क साफ कराने के काम में अपने कर्मचारियों को भी लगाया है. शहर के कई हिस्सों में बिजली और जल आपूर्ति अब भी बाधित हो गई थी.
ANI का ट्वीट:-
State Electricity Distribution Company further reports that power has been restored in major areas of Nadia&East Midnapur. Most of the irrigation pumping stations are operational now: West Bengal Home Department. #CycloneAmphan https://t.co/ftkjUKJrIu
— ANI (@ANI) May 24, 2020
गौरतलब हो कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शनिवार को कहा था कि उन्हें बिजली सेवा को सुचारू रूप से शुरू करवाने के लिए कुछ समय की जरूरत है. वहीं जब उनसे राज्य में बढ़ती जनता की नाराजगी और आक्रोश पर सवाल पुछा गया तो वे बिफर गई थी. उन्होंने कहा था कि 'मैं सिर्फ एक ही चीज कह सकती हूं कि मेरा सिर काट लीजिए. राज्य के कई इलाकों में बिजली आपूर्ति न होने के कारण सैकड़ों लोग विरोध करने के लिए सड़कों पर उतर आए थे.