प्रयागराज: हाई-सिक्योरिटी एयरफोर्स कॉलोनी में IAF के चीफ इंजीनियर की एस एन मिश्रा की गोली मारकर हत्या

प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के प्रयागराज स्थित उच्च सुरक्षा वाली बम्हरौली एयरफोर्स कॉलोनी में भारतीय वायुसेना (IAF) के चीफ इंजीनियर एस.एन. मिश्रा (50) की गोली मारकर हत्या कर दी गई. यह घटना शनिवार तड़के लगभग 3 बजे की बताई जा रही है.

सोते समय खिड़की से मारी गई गोली

प्राप्त जानकारी के अनुसार, अज्ञात हमलावर ने खिड़की से गोली चलाई, जब मिश्रा अपने कमरे में सो रहे थे. गोली की आवाज सुनकर परिवार के सदस्य तुरंत कमरे की ओर भागे, लेकिन तब तक हमलावर फरार हो चुका था.

मिश्रा को तुरंत सेना अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. घटना की सूचना मिलते ही वायुसेना के अधिकारी और पुलिस मौके पर पहुंचे और जांच शुरू कर दी.

सीसीटीवी फुटेज से हमलावर की तलाश जारी

पुलिस और वायुसेना अधिकारियों ने घटनास्थल के आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने शुरू कर दिए हैं ताकि अपराधी की पहचान हो सके और उसे जल्द गिरफ्तार किया जा सके.

इस हत्या ने एयरफोर्स कॉलोनी की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. कॉलोनी के मुख्य द्वार पर वायुसेना के जवान 24 घंटे तैनात रहते हैं और प्रवेश पर सख्त निगरानी रखी जाती है. इसके बावजूद कॉलोनी के अंदर इस तरह की वारदात का होना सुरक्षा में बड़ी चूक को दर्शाता है.

अब तक नहीं हुई गिरफ्तारी, वायुसेना की चुप्पी

घटना के बाद से ही पुलिस गहन जांच में जुटी हुई है, लेकिन अभी तक कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है. इस मामले पर भारतीय वायुसेना की ओर से कोई आधिकारिक बयान नहीं जारी किया गया है.

सैन्य अधिकारियों की सुरक्षा पर बढ़ती चिंताएं

इस हत्याकांड ने भारतीय सैन्य अधिकारियों की सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ा दी है. हाल ही में, पंजाब के पटियाला में 12 पुलिसकर्मियों द्वारा सेना के कर्नल पुष्पिंदर सिंह बाथ और उनके बेटे पर हमले की घटना भी सामने आई थी, जिसमें निष्पक्ष जांच की मांग की गई थी.

इसके अलावा, इसी सप्ताह झारखंड के रांची स्थित दीपाटोली कैंटोनमेंट के एक पार्किंग क्षेत्र में एक भारतीय सेना अधिकारी मृत पाए गए थे. वे 2019 से रांची में तैनात थे.

प्रयागराज में हुए इस सनसनीखेज हत्याकांड ने सुरक्षा एजेंसियों के सामने कई अहम सवाल खड़े कर दिए हैं. पुलिस और वायुसेना की संयुक्त टीम इस हत्याकांड की तह तक जाने के लिए जुटी हुई है. अब देखना होगा कि जांच कब तक पूरी होती है और अपराधियों को कब तक गिरफ्तार किया जाता है.