
विशाखापत्तनम, 26 सितम्बर: आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के तटीय जिले रविवार को अलर्ट पर हैं, क्योंकि बंगाल की खाड़ी में चक्रवाती तूफान 'गुलाब' के उत्तर आंध्र प्रदेश-दक्षिणी ओडिशा तटों को पार करने की संभावना है. उत्तरी तटीय आंध्र जिलों के अधिकारियों को तैयार रहने के लिए सतर्क कर दिया गया है क्योंकि इस क्षेत्र में चक्रवात के प्रभाव में भारी बारिश होने की संभावना है, जिसके रविवार शाम को कलिंगपट्टनम और गोपालपुर के बीच पहुंचने की उम्मीद है. भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने उत्तरी आंध्र प्रदेश और दक्षिण ओडिशा तटों के लिए चक्रवात की चेतावनी जारी की. आईएमडी के अनुसार, 'गुलाब' गोपालपुर (ओडिशा) से लगभग 270 किमी पूर्व-दक्षिण पूर्व और कलिंगपट्टनम (आंध्र प्रदेश) से 330 किमी पूर्व में बंगाल के उत्तर-पश्चिम और उससे सटे पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी पर केंद्रित है.
आईएमडी ने कहा कि इसके लगभग पश्चिम की ओर बढ़ने और कलिंगपट्टनम और गोपालपुर के बीच उत्तर आंध्र प्रदेश -दक्षिण ओडिशा तटों को पार करने की संभावना है. चक्रवात चेतावनी केंद्र विशाखापत्तनम ने चेतावनी दी है कि खगोलीय ज्वार के ऊपर लगभग 0.5 मीटर की ऊंचाई की ज्वार की लहर से भूस्खलन के समय श्रीकाकुलम, विजयनगरम, गंजम जिलों के निचले इलाकों में बाढ़ आने की संभावना है. अगले 24 घंटों में चक्रवाती तूफान से श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम जिलों में एक या दो स्थानों पर भारी बारिश की संभावना है. आईएमडी ने इन जिलों के लिए रेड वानिर्ंग जारी की है. पूर्वी गोदावरी, पश्चिमी गोदावरी जिलों और यनम में कुछ स्थानों पर बहुत भारी नुकसान होने की संभावना है. आईएमडी बुलेटिन में कहा गया है कि दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश में एक या दो स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है. उत्तर आंध्र प्रदेश तट के साथ और उसके बाहर 45-55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है. यह भी पढ़े: आंध्र प्रदेश सरकार की घोषणा, गुंटूर जिले में मारे गए ओडिशा के 6 मजदूरों के परिवार को देगी 3 लाख रूपये की अनुग्रह राशि
यह धीरे-धीरे 26 सितंबर की दोपहर से लेकर उत्तर आंध्र प्रदेश (श्रीकाकुलम, विजयनगरम और विशाखापत्तनम जिलों) के साथ-साथ 75-85 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से बढ़कर 95 किमी प्रति घंटे तक पहुंचने वाली आंधी की गति बन जाएगी. तटीय आंध्र प्रदेश के शेष जिलों में 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवा चलने की संभावना है. चूंकि समुद्र की स्थिति बहुत खराब होगी, इसलिए मछुआरों को सलाह दी गई है कि वे सो�