
आमतौर पर, अमेरिका में खसरा के अधिकतर मामले विदेश यात्रा करने वाले व्यक्तियों के कारण सामने आते हैं. अब तक टेक्सास में 128 मामले दर्ज हो चुके हैं. न्यू मेक्सिको में नौ मामले सामने आए हैं. विशेषज्ञों के अनुसार कोविड-19 महामारी फैलने के बाद से दुनियाभर में खसरा के टीके लगाए जाने की दर में गिरावट आई है. अमेरिका के अधिकतर राज्यों में बहुत छोटे बच्चों को खसरा के टीके लगाने की दर 95 प्रतिशत से नीचे चली गई है. खसरा के प्रकोप से लोगों को बचाने के लिए टीकाकरण की दर 95 प्रतिशत होनी चाहिए. ब्रिटेन में 2024 में खसरा के 2,911 मामले सामने आए. 2012 के बाद से एक वर्ष में खसरा के सबसे अधिक मामले पिछले साल सामने आए.
अमेरिका में 2024 में 2023 की तुलना में लगभग दोगुने ज्यादा मामले सामने आए थे, जिसके बाद चिंताएं बढ़ गई थीं. स्वास्थ्य अधिकारियों ने 2024 में खसरा के कम से कम 18 मामलों की पुष्टि की थी. पिछले साल न्यूयॉर्क, फिलाडेल्फिया और शिकागो में भी खसरा के मामले सामने आए थे. अमेरिका रोग नियंत्रण केंद्रों ने अपनी वेबसाइट पर कहा, “खसरा किसी भी स्थान पर फैले, लेकिन खतरा हर जगह होता है.” विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार 2023 में दुनियाभर में एक करोड़ से अधिक लोग खसरा से संक्रमित हुए थे जबकि 1,07,500 लोगों की मौत हुई थी. मृतकों में अधिकतर टीका न लगवाने वाले लोग या पांच साल से कम उम्र के बच्चे थे. अफ्रीका, पश्चिम एशिया और एशिया के उन हिस्सों में सबसे अधिक मामले सामने आए, जहां लोगों की आय कम है और स्वास्थ्य सेवाएं अपर्याप्त हैं. यह भी पढ़ें : दिल्ली विधानसभा में विपक्षी विधायकों के साथ अन्याय, आतिशी ने लिखा विजेंद्र गुप्ता को पत्र
जिन देशों में खसरा पर बड़े पैमाने पर नियंत्रण किया जा चुका है , वहां दूसरे देशों से आने वाले यात्रियों के कारण मामले फैल रहे हैं. हालांकि 2023 में खसरे के कारण मृत्यु के मामलों में थोड़ी कमी आई, लेकिन संक्रमण के मामलों में वृद्धि हुई. 2023 में भारत, इंडोनेशिया, रूस, यमन और इराक समेत 57 देशों में बड़े पैमाने पर खसरा का प्रकोप हुआ. 2023 में सबसे अधिक 311,500 मामले कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में थे. हाल के वर्षों में विश्व भर में बाल टीकाकरण की दर 2023 में गिरकर 83 प्रतिशत हो गई है, जो 2018 में 86 प्रतिशत थी. इसका आंशिक कारण कोविड महामारी के चलते टीकाकरण और स्वास्थ्य देखभाल में हुए व्यवधान को माना जाता है.