Budget 2021: जाने माने अर्थशास्त्री और शोध संस्थान आरआईएस (विकासशील देशों की अनुसंधान एवं सूचना प्रणाली) के महानिदेशक सचिन चतुर्वेदी ने रविवार को कहा कि सरकार को बजट में रोजगार सृजन पर ध्यान देना होगा। इसके लिए सूक्ष्म, लघु एवं मझले उद्यमों (एमएसएमई) की सेहत सुधारने के साथ लोगों को स्थानीय उद्योगों की जरूरतों के अनुरूप कौशल प्रशिक्षण देने तथा चार-पांच उद्योगों को आगे बढ़ाने के लिए हरसंभव मदद उपलब्ध कराने की जरूरत है.
सोमवार को पेश होने वाले आम बजट से पहले उन्होंने यह भी कहा कि नौकरीपेशा और आम लेगों के लिए सरकार करमुक्त दीर्घकालीन बचत योजना लाए। इससे एक तरफ बचत को प्रोत्साहन मिलेगा, दूसरा उद्योगों के लिए कोष के स्रोत भी सृजित होंगे. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण एक फरवरी को संसद में 2021-22 का बजट पेश करेंगी. यह भी पढ़े: Budget 2021: 4 सदस्यीय परिवार को औसत जीवन गुणवत्ता के लिए 20 हजार रुपये की आवश्कयता- प्री-बजट सर्वे
बजट में सरकार की प्राथमिकताओं के बारे में पूछे जाने पर चतुर्वेदी ने ‘’ से कहा, ‘‘मेरे हिसाब से सरकार के लिए तीन प्राथमिकताएं होनी चाहिए। पहला, एमएसएमई क्षेत्र पर ध्यान देने और उसकी स्थिति तथा सेहत सुधारने के लिए जो भी जरूरी हो, सहायता दी जाए।’’