नयी दिल्ली, 21 जून सार्वजनिक क्षेत्र की ओएनजीसी और आईओसी ने मध्य प्रदेश में हट्टा गैस फील्ड के पास तरलीकृत प्राकृतिक गैस संयंत्र स्थापित करने के लिए एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
तेल एवं प्राकृतिक गैस निगम (ओएनजीसी) ने एक बयान में कहा कि समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर 17 जून को हस्ताक्षर किए गए।
ओएनजीसी ने विंध्य घाटी में गैस की खोज की है। इससे निकलने वाली गैस को तरलीकृत प्राकृतिक गैस (एलएनजी) में परिवर्तित किया जाएगा और ट्रकों के जरिए उपभोक्ताओं तक पहुंचाया जाएगा।
बयान में कहा कि हट्टा एलएनजी संयंत्र की स्थापना से विंध्य घाटी का दर्जा काफी बढ़ जाएगा, इसे श्रेणी-2 से श्रेणी-1 घाटी बना गया दिया जाएगा।
भारत में पेट्रोलियम उत्पादों के लिए नदी घाटी को तीन श्रेणियों में बांटा गया है। श्रेणी-1 का मतलब है कि हाइड्रोकार्बन भंडार से उत्पादन चालू है। श्रेणी-2 का अर्थ है भंडार से वाणिज्यिक उत्पादन अभी चालू नहीं हुआ है। श्रेणी-3 का अर्थ है कि घाटी में हाइड्रोकार्बन भंडार हो सकते हैं, जिनकी खोज जारी है।
ओएनजीसी ने कहा कि हट्टा में की गई खोज से पांच दशकों के सतत खोज प्रयासों की सफलता का पता चलता है।
बयान के मुताबिक ओएनजीसी और इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) के बीच मध्य प्रदेश के हट्टा में एलएनजी संयंत्र के लिए गैर-बाध्यकारी समझौता ज्ञापन एक टिकाऊ भविष्य की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है।
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