IAS Niyaz Khan on Bakrid:  बकरीद से पहले IAS नियाज खान के ट्वीट ने फिर मचाया विवाद, कहा-  'मुस्लिम दुनिया अरब.... को फॉलो करती है, इसलिए परेशान
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IAS Niyaz Khan on Bakrid:  मध्य प्रदेश के IAS अधिकारी नियाज खान एक बार फिर अपने विवादित ट्वीट्स को लेकर सुर्खियों में हैं. बकरीद से ठीक पहले, खान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर दो ट्वीट्स किए, जिन्होंने तीखी प्रतिक्रियाएं बटोरीं. पहले ट्वीट में उन्होंने बकरीद पर पशु कुर्बानी का विरोध करते हुए लिखा, "पशुओं का खून बहाना कहीं से कहीं तक उचित नहीं है. यह धरती केवल मनुष्यों के लिए नहीं है. पेड़, पौधे, जीव-जंतु, इन सबका भी अधिकार है. इन सबकी रक्षा होनी चाहिए.

मुस्लिम दुनिया अरब.... को फॉलो करती है

नियाज खान का विवादित ट्वीट

दूसरे ट्वीट में उन्होंने लिखा, "पूरी मुस्लिम दुनिया अरब के मुल्लों को फॉलो करती है, इसलिए परेशान है. अरब के शेख सुख पर पानी की तरह धन बहाते हैं. उनका धर्म तो गैर-अरबी लोग संभाले हुए हैं. अरब के लोगों को पर्यावरण से भी कुछ लेना-देना नहीं. अरब के मुल्लों से दूर होकर ही गैर-अरबी मुस्लिम मॉडर्न हो सकते हैं. यह भी पढ़े: IAS अधिकारी नियाज खान की मुसीबत बढ़ीं, The Kashmir Files पर कमेंट को लेकर MP सरकार ने भेजा नोटिस, 7 दिन में मांगा जवाब

नियाज खान का विवादित  ट्वीट:

बयान का मुस्लिम संगठन का विरोध

इन ट्वीट्स के बाद ऑल इंडिया मुस्लिम त्योहार कमेटी ने कड़ा विरोध जताया. कमेटी के संरक्षक शम्सुल हसन ने कहा, "हमें अफसोस है कि बकरीद जैसे पवित्र त्योहार से पहले नियाज खान इस तरह के बयान दे रहे हैं. उनके बयान इस्लाम को बदनाम करने वाले और नाकाबिले बर्दाश्त हैं. अगर उन्हें कुरान की जानकारी है, तो उन्हें शर्म से डूब मरना चाहिए। अगर नहीं है, तो मैं उन्हें कुरान भेंट करूंगा।" उन्होंने आगे कहा, "कुर्बानी का इस्लाम में विशेष महत्व है, और कुरान में स्पष्ट लिखा है कि किस जानवर की कुर्बानी देनी है. यह परंपरा कयामत तक जारी रहेगी.

शम्सुल हसन ने नियाज को BJP ज्वाइन करने की सलाह दी

कमेटी ने नियाज खान को अफसरी छोड़कर बीजेपी में शामिल होने की सलाह दी और उनके बयानों को मुस्लिम समुदाय के लिए अपमानजनक बताया। यह पहली बार नहीं है जब नियाज खान विवादों में घिरे हैं। इससे पहले भी उनके ट्वीट्स, जैसे 'द कश्मीर फाइल्स' और हिजाब विवाद पर दिए गए बयान, ने व्यापक विवाद खड़ा किया था.

मध्य प्रदेश सरकार ने 2022 में 'द कश्मीर फाइल्स' से संबंधित उनके ट्वीट्स के लिए उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी किया था, जिसमें उन्होंने मुस्लिमों के खिलाफ हिंसा पर फिल्म बनाने की बात कही थी.

नियाज खान 2015 बैच के IAS अधिकारी

नियाज खान, जो 2015 बैच के IAS अधिकारी हैं और मध्य प्रदेश के लोक निर्माण विभाग में उप सचिव के पद पर तैनात हैं, ने सात किताबें भी लिखी हैं, जिनमें सामाजिक मुद्दों पर आधारित उपन्यास शामिल हैं.