भोपाल: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के भारतीय प्रशासनिक सेवा के अधिकारी नियाज खान (Niyaz Khan) की मुसीबत बढ़ गई है. दरअसल राज्य सरकार ने उन्हें नोटिस भेजकर 'द कश्मीर फाइल्स' (The Kashmir Files) सहित अन्य मामलों को लेकर सोशल मीडिया पर की गई टिप्पणी को लेकर जवाब मांगा है. राज्य सरकार ने IAS अधिकारी के इस व्यवहार को उचित नहीं माना है. BJP विवेक अग्निहोत्री से द कश्मीर फाइल्स YouTube पर फ्री में अपलोड करने को कहें, टैक्स फ्री की क्या जरुरत: CM केजरीवाल
राज्य के आईएएस अफसर नियाज खान की विभिन्न सामसामायिक विषयों पर टिप्पणी सोशल मीडिया पर आती रहती है. वर्तमान में उनकी 'द कश्मीर फाइल्स' को लेकर सामने आई टिप्पणी चर्चाओं में है. इसमें उन्होंने कहा था, 'द कश्मीर फाइल्स' ब्राह्मणों का दर्द दिखाती है. उन्हें पूरे सम्मान के साथ कश्मीर में सुरक्षित रहने की अनुमति दी जानी चाहिए. निर्माता को कई राज्यों में बड़ी संख्या में मुसलमानों की हत्याओं को दिखाने के लिए एक फिल्म बनानी चाहिए. मुसलमान कीड़े नहीं, बल्कि इंसान हैं और देश के नागरिक हैं.
Madhya Pradesh government issued a show-cause notice to IAS officer Niyaz Khan, for his alleged tweet on 'The Kashmir Files' that said, "A film should be made on the suffering of Muslims as well". He has been asked to submit his reply within 7 days.
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) March 25, 2022
आईएएस अफसर की टिप्पणी के बाद राज्य के गृहमंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा ने कहा, आईएएस अधिकारी नियाज खान अधिकारियों के लिए तय लक्ष्मणरेखा को लांघ रहे हैं. जिसके बाद राज्य सरकार ने इस संबंध में उन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर उनसे जवाब तलब किया है.
नियाज खान की टिप्पणी पर बीजेपी के कई नेता पहले ही आपत्ति दर्ज करा चुके हैं और उनके खिलाफ कार्रवाई की मांग भी कर रहे हैं.
उल्लेखनीय है कि 1990 के दशक में घाटी से कश्मीरी पंडितों के पलायन पर आधारित फिल्म 'द कश्मीर फाइल्स' इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है.