जरुरी जानकारी | दो साल बाद सालाना एक लाख भारतीय देखभाल कर्मी दुनिया में तैनात होंगे: एनएसडीसी सीईओ

नयी दिल्ली, 13 फरवरी राष्ट्रीय कौशल विकास निगम (एनएसडीसी) के मुख्य कार्यपालक अधिकारी (सीईओ) वेद मणि तिवारी ने बृहस्पतिवार को कहा कि दो साल बाद हर साल लगभग एक लाख भारतीय देखभाल कर्मियों को कई देशों में बुजुर्ग हो रही आबादी की मदद के लिए तैनात किया जाएगा।

तिवारी ने भारत में बेरोजगारी से संबंधित बहस में पड़ने से इनकार करते हुए कहा कि आधिकारिक अनुमानों पर ही भरोसा करना होगा, जिसके मुताबिक बेरोजगारी दर 6.5 प्रतिशत है।

उन्होंने कहा कि अमेरिका में भी करीब 4.5 प्रतिशत लोग बेरोजगार है।

एनएसएसओ द्वारा एक साल पहले जारी सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, 15 वर्ष और उससे अधिक आयु के व्यक्तियों के लिए शहरी क्षेत्रों में बेरोजगारी दर अक्टूबर-दिसंबर 2023 के दौरान घटकर 6.5 प्रतिशत रह गई जो अक्टूबर-दिसंबर, 2022 में 7.2 प्रतिशत थी।

एनएसडीसी के प्रमुख ने एक सवाल के जवाब में कहा, “हमें सरकार द्वारा जारी किए गए आंकड़ों पर ही चलना होगा, जो कहते हैं कि भारत के शहरों में बेरोजगारी दर 6.5 प्रतिशत है। और यदि आप तुलना करें, तो शायद अमेरिका में भी 4.5 प्रतिशत लोग बेरोजगार हैं।”

पिछले साल नवंबर में जारी एनएसएसओ सर्वेक्षण के मुताबिक, जुलाई-सितंबर तिमाही में बेरोजगारी दर और भी कम होकर 6.4 प्रतिशत रह गई।

उन्होंने बताया कि पिछले एक वर्ष में ही भारत से 20,000 निर्माण श्रमिक इजराइल गए हैं तथा वहां से 5,000 देखभाल कर्मियों की मांग आई है।

एनएसडीसी के सीईओ ने कहा, “हमारा मानना ​​है कि अगले दो वर्षों में विश्व के विभिन्न भागों में प्रतिवर्ष लगभग एक लाख देखभाल कर्मी तैनात होने लगेंगे।”

उन्होंने इसे भारत की सॉफ्ट कूटनीति का परिणाम बताते हुए कहा कि भारतीय देखभाल कर्मचारी दुनिया भर में बुजुर्ग हो रही आबादी को समर्थन एवं मदद देंगे।

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