
भारत ने पाकिस्तान के उन निराधार आरोपों को कड़े शब्दों में खारिज कर दिया है, जिनमें पाकिस्तान ने भारत पर अपने आंतरिक मुद्दों के लिए दोष मढ़ने का प्रयास किया था. विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने स्पष्ट किया कि वैश्विक आतंकवाद का केंद्र कहां है, यह पूरी दुनिया जानती है. उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को दूसरों पर उंगली उठाने और अपने आंतरिक समस्याओं के लिए बाहरी ताकतों को दोष देने के बजाय आत्मनिरीक्षण करना चाहिए.
ट्रेन हाईजैक की घटना के लिए भारत पर आरोप
पाकिस्तान ने हाल ही में बलूचिस्तान प्रांत में हुई ट्रेन हाईजैक की घटना के लिए भारत को दोषी ठहराने की कोशिश की. जाफर एक्सप्रेस, जो 11 मार्च को क्वेटा से पेशावर के लिए रवाना हुई थी, बलोन की पहाड़ियों में हथियारबंद हमलावरों के हमले का शिकार हुई. इस हमले में 58 लोगों की मौत हुई, जिनमें 21 यात्री शामिल थे. पाकिस्तान के विदेश कार्यालय के प्रवक्ता शफकत अली खान ने कहा कि हमलावरों के सरदार अफगानिस्तान में बैठे थे और कथित तौर पर भारत द्वारा प्रायोजित थे. पाकिस्तान ने अफगानिस्तान पर भी इस घटना में शामिल होने का आरोप लगाया.
हालांकि, अफगानिस्तान के विदेश मंत्रालय ने पाकिस्तान के इन आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि इस्लामाबाद को गैर-जिम्मेदाराना टिप्पणियों से बचना चाहिए और अपनी सुरक्षा तथा आंतरिक समस्याओं पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए.
Our response to media queries on the remarks made by the Pakistan side ⬇️
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— Randhir Jaiswal (@MEAIndia) March 14, 2025
भारत का पाकिस्तान को जवाब
यह पहली बार नहीं है जब पाकिस्तान ने इस तरह के आरोप लगाए हैं. पहले भी, भारत ने पाकिस्तान के इन आरोपों को बेबुनियाद और मनगढ़ंत बताया है. उदाहरण के लिए, नवंबर 2020 में, पाकिस्तान के विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भारत पर पाकिस्तान में आतंकी हमलों में शामिल होने का आरोप लगाया था, जिसे भारतीय विदेश मंत्रालय ने सख्ती से खारिज कर दिया था.
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में भी भारत ने पाकिस्तान के आरोपों का कड़ा जवाब दिया है. भारत ने पाकिस्तान को उसके अपने मानवाधिकार हनन और आतंकवाद के समर्थन के लिए आड़े हाथों लिया है. भारत ने स्पष्ट किया कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख भारत के अभिन्न अंग हैं, और वहां का विकास तथा सुशासन भारत का आंतरिक मामला है.
भारत-पाकिस्तान संबंधों पर भारत का रुख
भारत ने हमेशा से स्पष्ट किया है कि वह पाकिस्तान के साथ सामान्य पड़ोसी संबंधों की इच्छा रखता है, लेकिन इसके लिए पाकिस्तान को अपनी धरती से आतंकवाद का समर्थन बंद करना होगा. भारत का मानना है कि सभी द्विपक्षीय मुद्दों का समाधान शांतिपूर्ण और आतंकवाद-मुक्त वातावरण में होना चाहिए.
पाकिस्तान की ओर से इस प्रकार के आरोप उसके आंतरिक राजनीतिक और आर्थिक विफलताओं से ध्यान भटकाने का प्रयास हैं. विदेश मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, पाकिस्तान अपनी घरेलू समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए भारत के खिलाफ दुष्प्रचार करता रहता है.