भुवनेश्वर, 25 मई : ओडिशा में लोकसभा की छह और विधानसभा की 42 सीट पर कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के बीच शनिवार को अपराह्न एक बजे तक करीब 35.69 प्रतिशत मतदान हुआ. एक अधिकारी ने बताया कि संबलपुर, क्योंझर, ढेंकनाल, कटक, भुवनेश्वर और पुरी लोकसभा सीट के साथ ही इन लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र के तहत आने वाली 42 विधानसभा सीट पर सुबह सात बजे मतदान शुरू हुआ. ओडिशा के मुख्य निर्वाचन अधिकारी एन बी ढल ने बताया कि ईवीएम में गड़बड़ी की कुछ रिपोर्ट को छोड़कर 10,581 मतदान केंद्रों पर अब तक मतदान शांतिपूर्ण रहा है.
अधिकारियों ने बताया कि अपराह्न एक बजे तक 94.48 लाख से अधिक मतदाताओं में से 35.69 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का प्रयोग किया. सबसे अधिक 38.13 प्रतिशत मतदान संबलपुर लोकसभा सीट पर दर्ज किया गया. इसके बाद पुरी (37.26 प्रतिशत), ढेंकनाल (36 प्रतिशत), क्योंझर (35.63 प्रतिशत), कटक (34.40 प्रतिशत) और भुवनेश्वर (33.01 प्रतिशत) में मतदान हुआ. ढल ने कहा कि अब तक 116 मतदान इकाइयों, 125 नियंत्रण इकाइयों और 256 वीवीपैट को बदला है क्योंकि मतदान शुरू होने से पहले किए गए अभ्यास के दौरान ईवीएम में गड़बड़ी पाई गई थी. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि नयागढ़ विधानसभा क्षेत्र के भापुर इलाके में एक मतदान केंद्र पर एक बुजुर्ग महिला मतदाता बीमार पड़ गई थी. उन्होंने बताया कि इस महिला की अस्पताल में मौत हो गई, जबकि ढेंकनाल लोकसभा सीट में हिंडोल विधानसभा क्षेत्र अंतर्गत एक मतदान केंद्र पर एक मतदान एजेंट की मौत हो गई. यह भी पढ़े: इंडी गठबंधन वाले प्रधानमंत्री की कुर्सी पर म्यूजिकल चेयर खेलना चाहते हैं : पीएम मोदी
बड़ी संख्या में लोगों ने मतदेय स्थलों पर मोबाइल फोन ले जाने पर निर्वाचन आयोग के प्रतिबंध पर निराशा व्यक्त की. कुछ लोगों को मोबाइल फोन के इस्तेमाल पर प्रतिबंध के कारण बिना वोट डाले ही अपने घर लौटते देखा गया. उनका आरोप है कि इस तरह के प्रतिबंध की कोई पूर्व सूचना नहीं दी गई थी. ढल ने इस पर प्रतिक्रिया देते हुए एक बयान में कहा, ‘‘चूंकि मतदेय स्थलों के अंदर मोबाइल फोन की अनुमति नहीं है, इसलिए लोग इन्हें मतदेय स्थलों के बाहर स्थापित मतदाता सहायता बूथ (बीएलओ द्वारा प्रबंधित) पर जमा करा सकते हैं और मतदान के बाद फोन वापस ले सकते हैं.’’ इस चरण में 35,000 सुरक्षा कर्मियों और 70,000 मतदान कर्मियों को तैनात किया गया है.
ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक अपना वोट डालने के लिए पैदल चलकर भुवनेश्वर में अपने आवास के पास ‘एरोड्रोम अपर प्राइमरी स्कूल’ पहुंचे. उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘हम राज्य में स्थिर सरकार बनाएंगे.’’ पुरी के गजपति महाराज (पुरी के प्रतीकात्मक राजा) दिव्य सिंह देब ने भी पुरी में अपना वोट डाला. बीजू जनता दल (बीजद) के वरिष्ठ नेता वी के पांडियन ने भी मतदान केंद्र पर ऑटो रिक्शा से पहुंचकर अपना वोट डाला. राज्य में लोकसभा चुनाव के साथ कराए जा रहे विधानसभा चुनाव के तीसरे चरण में 10,581 मतदान केंद्रों पर 94.48 लाख से अधिक पात्र मतदाता हैं. इस चरण में जिन प्रमुख नेताओं की चुनावी किस्मत का फैसला होगा उनमें केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, बीजू जनता दल (बीजद) के संगठनात्मक सचिव और विधायक प्रणब प्रकाश दास और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा शामिल हैं.