नयी दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने भारत (India) की सुरक्षा (Security) तैयारियों और यूक्रेन (Ukraine) में जारी युद्ध के संदर्भ में मौजूदा वैश्विक परिदृश्य की समीक्षा के लिए सुरक्षा मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCS) की बैठक की रविवार को अध्यक्षता की. सूत्रों ने बताया कि बैठक के दौरान मोदी ने सुरक्षा तंत्र में नवीनतम प्रौद्योगिकी को शामिल करने पर जोर दिया. साथ ही प्रधानमंत्री ने दोहराया कि भारत को रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर (Aatmanirbhar) बनाने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए, ताकि इससे ना केवल सुरक्षा को मजबूती मिले बल्कि अर्थव्यवस्था को भी लाभ हो. Russia-Ukraine War: भारत सरकार का बड़ा फैसला, यूक्रेन में स्थित भारतीय दूतावास को पोलैंड में किया जाएगा शिफ्ट
सूत्रों ने बताया कि मोदी को रक्षा क्षेत्र में विश्व स्तरीय प्रौद्योगिकी उपयोग और इसमें भारत की प्रगति के संबंध में विस्तृत विवरण भी दिया गया. एक आधिकारिक वक्तव्य में कहा गया कि बैठक के दौरान प्रधानमंत्री मोदी को सीमावर्ती क्षेत्रों के साथ-साथ समुद्री और हवाई क्षेत्र में भारत की सुरक्षा तैयारियों संबंधी प्रगति और विभिन्न पहलुओं की जानकारी दी गई.
बयान में कहा गया, ‘‘प्रधानमंत्री को यूक्रेन से भारतीय नागरिकों के साथ ही पड़ोसी देशों के कुछ नागरिकों को निकालने के लिए चलाए जा रहे ‘ऑपरेशन गंगा’ समेत यूक्रेन में हालिया घटनाक्रम की भी जानकारी दी गई.’’
प्रधानमंत्री मोदी ने खारकीव में जान गंवाने वाले नवीन शेखरप्पा के पार्थिव शरीर को स्वदेश लाने के लिए हर संभव प्रयास करने के निर्देश दिए. भारतीय छात्र शेखरप्पा यूक्रेन में पढ़ायी कर रहा था और यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद गोलाबारी में उसकी मृत्यु हो गई थी.
भारत ने युद्धग्रस्त देश से छात्रों समेत अपने अधिकतर नागरिकों को बाहर निकाल लिया है. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण और विदेश मंत्री एस. जयशंकर भी इस बैठक में शामिल हुए. साथ ही राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों ने भी बैठक में हिस्सा लिया.
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