![जरुरी जानकारी | इस्मा ने चीनी निर्यात नीति की सराहना की, अतिरिक्त निर्यात को मंजूरी मिलने का भरोसा जताया जरुरी जानकारी | इस्मा ने चीनी निर्यात नीति की सराहना की, अतिरिक्त निर्यात को मंजूरी मिलने का भरोसा जताया](https://hist1.latestly.com/wp-content/uploads/2020/04/default_02-380x214.jpg)
नयी दिल्ली, सात नवंबर भारतीय चीनी मिल संघ (इस्मा) ने सोमवार को 31 मई तक 60 लाख टन चीनी निर्यात की अनुमति देने के सरकार के फैसले का स्वागत किया। साथ ही वर्ष 2022-23 सत्र में 30 लाख टन अतिरिक्त चीनी निर्यात को मंजूरी दिये जाने का भरोसा जताया।
चीनी उद्योग ने सरकार से 90 लाख टन चीनी के निर्यात की अनुमति देने का अनुरोध किया था, लेकिन खाद्य मंत्रालय ने पांच नवंबर को चीनी सत्र 2022-23 (अक्टूबर-सितंबर) के 31 मई तक कोटा के आधार पर केवल 60 लाख टन चीनी निर्यात की अनुमति दी थी।
सरकार ने कहा है कि वह घरेलू उत्पादन का आकलन करने के बाद आगे की मात्रा पर विचार कर सकती है।
इस्मा ने एक बयान में कहा, ‘‘चीनी उद्योग को भरोसा है कि सरकार 30 लाख टन अतिरिक्त चीनी निर्यात करने की अनुमति देगी।’’
बयान में कहा गया है कि इससे घरेलू कीमतों में स्थिरता आयेगी, किसानों को समय पर गन्ना मूल्य का भुगतान किया जा सकेगा और यह सुनिश्चित करेगा कि चीनी मिलों पर कोई अतिरिक्त लागत बोझ न आये।
इस्मा ने सरकार की चीनी निर्यात नीति की सराहना की और कहा कि व्यापार योग्य कोटा योजना चीनी निर्यात में पारदर्शिता सुनिश्चित करेगी।
घरेलू खपत के लिए पर्याप्त स्टॉक सुनिश्चित करने और त्योहारों के दौरान खुदरा कीमतों में किसी भी वृद्धि को रोकने के लिए सरकार ने एक जून से चीनी सत्र 2021-22 (अक्टूबर-सितंबर) के अंत तक चीनी निर्यात को प्रतिबंधित कर दिया था।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, पूरे 2021-23 सत्र के दौरान लगभग 1.1 करोड़ टन चीनी का निर्यात किया गया और देश के लिए 40,000 करोड़ रुपये की विदेशी मुद्रा अर्जित की गई।
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