कोझिकोड/नयी दिल्ली, 15 जनवरी: यह हमेशा दूसरे लोगों के साथ होता है, या मुझे ऐसा लगता था। जब तक कि घने कोहरे के बीच कोझिकोड से दिल्ली जाने वाली मेरी उड़ान में तीन बार विलंब हुआ. विमान ने रात 12 बजकर 35 मिनट पर उड़ान भरी और फिर लगभग शून्य दृश्यता के हालात में उतरने से पहले करीब दो घंटे तक राष्ट्रीय राजधानी के ऊपर आकाश में चक्कर लगाया.
मैं सोमवार को सुबह लगभग छह बजे घर पहुंचा तो थका हुआ था. ठंड और रातभर की परेशानी के बाद थोड़ा सदमे में रहने के बाद ‘जाग्रत’ होते ही मुझे एहसास हुआ कि मैं भाग्यशाली लोगों में से एक था. बूढ़े और बीमार लोगों समेत सैकड़ों यात्री देशभर के हवाई अड्डों पर फंस गए. इनमें से कुछ लोग शिशुओं और छोटे बच्चों के साथ हैं और उनकी उड़ानों में 13 घंटे तक का विलंब था. कई विमानों का मार्ग बदल दिया गया था या उन्हें रद्द कर दिया गया था.
उत्तर भारत खासकर दिल्ली के अधिकांश हिस्सों में कोहरे की घनी चादर छाने के साथ ही विमानों का उड़ान भरना अनिश्चितता से घिर गया है. यह हर सर्दियों की कहानी है और जिसे मैंने इस साल व्यक्त किया है. इंडिगो की उड़ान 6ई 5912 (जो तीन घंटे की देरी से थी) में मेरे साथ यात्रा करने वालों में भारत में तुर्की के राजदूत फिरत सुनेल, इतिहासकार विलियम डेलरिम्पल और बच्चों के लिए लिखने वाली लेखिका शोभा थरूर सहित कई दिग्गज यात्रा कर रहे थे. हम सभी केरल साहित्य महोत्सव से लौट रहे थे। शुक्र है कि एयरलाइन ने हमें हालात के बारे में पहले से सूचित कर दिया था.
कई घंटों के इंतजार और कई गिलास नारियल पानी पीने के बाद हम नींद पूरी करने की कोशिश में लगे रहे। हम सोच रहे थे कि हम कब अपनी मंजिल पर पहुंचेंगे, हम थके हुए थे. लेकिन हमें जल्द ही एहसास हो गया कि यह बड़ी समस्या का केवल छोटा सा हिस्सा है. घने कोहरे के कारण कम दृश्यता की वजह से उत्तर भारत में उड़ान संचालन प्रभावित हुआ है। इसके परिणामस्वरूप कई अन्य राज्यों में भी उड़ान में व्यवधान उत्पन्न हुआ. मंगलवार को बड़ी संख्या में उड़ानें बाधित हुईं.
सोमवार की सुबह अकेले दिल्ली हवाई अड्डे पर कम से कम 168 उड़ानें विलंबित हुईं और लगभग 100 रद्द कर दी गईं. हवाई अड्डों पर, विमानो में और सोशल मीडिया मंच पर लोगों का गुस्सा चरम पर था. इंडिगो के विमान यात्री साहिल कटारिया को एक पायलट पर हमला करने के बाद गिरफ्तार कर लिया गया. कटारिया ने रविवार को पायलट पर तब हमला कर दिया जब वह विमान के अंदर यह घोषणा कर रहे थे कि दिल्ली में गोवा के लिए उड़ान भरने की प्रतीक्षा कर रहे विमान के संचालन में और विलंब होगा.
रविवार को हुई इस घटना को लेकर एक महिला उड़ान परिचारिका रो पड़ी और उसने यात्री से कहा कि वह इतना आक्रामक कैसे हो सकते हैं. सोशल मीडिया में इस घटना वीडियो व्यापक रूप से प्रसारित किया गया. उड़ान पर नजर रखने वाली वेबसाइट ‘फ्लाइटरडार24’ के मुताबिक उड़ान 10 घंटे की देरी के बाद दिल्ली से रवाना हुई. नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने भी इस मामले पर चर्चा के लिए मंत्रालय के सभी अधिकारियों के साथ बैठक की.
उन्होंने सोमवार को एक बयान में कहा था कि सरकार स्थिति में सुधार के लिए कई कदम उठा रही है और लोगों को आश्वासन दिया कि सभी हितधारक कोहरे से संबंधित प्रभाव को कम करने के लिए 24 घंटे काम कर रहे हैं. उन्होंने ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘सभी यात्रियों से मेरा अनुरोध है कि इस मुश्किल समय के दौरान हमारा साथ दें.’’ ऐसे कई किस्से हैं. कालीकट से मुंबई जाने वाली एअर इंडिया की उड़ान में 12 घंटे से अधिक की देरी (रविवार शाम 6:50 बजे से सोमवार सुबह साढ़े आठ बजे तक) हुई.
एक यात्री ने कहा, ‘‘यह एक बुरा सपना था. पहले हमें बताया गया कि हमारी उड़ान रात नौ बजकर 55 बजे के लिए पुनर्निर्धारित की गई है और बाद में लगभग साढ़े 10 बजे कर्मचारियों से कई बार पूछने के बाद हमें बताया गया कि अब यह कल सुबह सात बजकर 35 बजे उड़ान भरेगी.’’
हवाई अड्डे पर शाम चार बजे से इंतजार कर रहीं अंशिका वर्मा ने ‘पीटीआई-’ से कहा, ‘‘हमें रात में ठहरने के बारे में कोई आश्वासन दिए बिना हवाई अड्डा परिसर छोड़ने के लिए कहा गया था. वास्तव में हमें ठहरने की जगह के लिए कड़ी मशक्कत करनी पड़ी, इसके बावजूद यह किसी को उपलब्ध नहीं करायी गयी.’’
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