पेरिस: फ्रांस महिलाओं को गर्भपात का संवैधानिक अधिकार देने वाला विश्व का पहला देश बन गया है. फ्रांस के संविधान में गर्भपात के अधिकार को शामिल किया गया है. महिला अधिकार समूहों ने जहां एक तरफ इसे ऐतिहासिक कदम बताया है, वहीं गर्भपात विरोधी समूहों ने इसकी आलोचना की है. फ्रांसीसी संसद ने सोमवार को गर्भपात के अधिकार को संविधान में शामिल करने के लिए मतदान किया. विधेयक के पक्ष में 780 जबकि विरोध में 72 वोट पड़े. UPI in France: फ्रांस में शुरू हुआ यूपीआई, विदेश में भी भारतीय डिजिटल पेमेंट का जलवा, PM मोदी ने मैंक्रों को बताए थे इसके फायदे.
महिला अधिकार कार्यकर्ताओं ने विधेयक को मंजूरी मिलने पर खुशी जताई और इस कदम की सराहना की. संसद के दोनों सदन नेशनल असेंबली और सीनेट पहले ही फ्रांसीसी संविधान के अनुच्छेद 34 में संशोधन के लिए एक विधेयक को मंजूरी दे चुके हैं ताकि महिलाओं को गर्भपात के अधिकार की गारंटी दी जा सके.
फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron) ने कहा कि उन्होंने महिलाओं को गर्भपात का संवैधानिक अधिकार देने का वादा किया था. अब उनका ये वादा पूरा हो गया है.
इस फैसले के बाद गर्भपात अधिकार कार्यकर्ताओं ने सेंट्रल पेरिस में इकट्ठा होकर इसकी सराहना की. संसद स्पीकर ने कहा कि मुझे संसद पर गर्व है, जिसने गर्भपात के अधिकार को हमारे मूल कानून में शामिल किया. हम यह कदम उठाने वाला पहला देश बन गए हैं.