बेंगलुरु, 7 जनवरी : भारत में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (एआई) इन्फ्रास्ट्रक्चर और क्लाउड में दिग्गज टेक्नोलॉजी कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने 3 अरब डॉलर के निवेश का ऐलान किया है. माइक्रोसॉफ्ट के चेयरमैन और सीईओ, सत्या नडेला ने मंगलवार को कहा कि इस निवेश का उद्देश्य देश में एआई इनोवेशन को बढ़ाना है. यह निवेश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विकसित भारत विजन (विकसित भारत 2047) में बड़ी भूमिका निभएगा.
इस दौरान माइक्रोसॉफ्ट ने 2030 तक 1 करोड़ लोगों को एआई में प्रशिक्षित और कुशल बनाने की भी घोषणा की है. कंपनी ने अब तक सिविल सर्वेंट, कॉलेज के छात्रों और विकलांग लोगों सहित 24 लाख भारतीयों को एआई कौशल के साथ सशक्त बनाया है. यह भी पढ़ें : HCLTech Rolls Out Salary Hikes: IT कंपनी एचसीएल टेक ने जूनियर कर्मचारियों की सैलरी में किया मामूली इजाफा, टॉप परफॉर्मर्स को भी मिली कम बढ़ोतरी
नडेला ने कहा, "भारत तेजी से एआई इनोवेशन में लीडर बन रहा है. इससे देश के लिए नए अवसर खुल रहे हैं. आज हम बुनियादी ढांचे और कौशल में जिस निवेश की घोषणा कर रहे हैं, वह भारत को एआई-प्रमुख बनाने की हमारी प्रतिबद्धता की पुष्टि करता है और यह सुनिश्चित करने में मदद करेगा कि देश भर के लोगों और संगठनों को व्यापक लाभ मिले."
सोमवार को पीएम मोदी ने नडेला से मुलाकात की थी और कहा कि उन्हें देश में माइक्रोसॉफ्ट की महत्वाकांक्षी विस्तार और निवेश योजनाओं के बारे में जानकर खुशी हुई. एक इवेंट में माइक्रोसॉफ्ट रिसर्च लैब ने ‘एआई इनोवेशन नेटवर्क’ लॉन्च किया, जो रिसर्च से रियल, जरूरी व्यावसायिक समाधानों में बदलाव को गति देने के लिए डिजाइन की गई एक अभूतपूर्व पहल है.
इसके अलावा माइक्रोसॉफ्ट और सासबूमी ने भारत के एआई और सास इकोसिस्टम को एक ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था की ओर ले जाने के लिए साझेदारी की है, जिसका लक्ष्य 5,000 से अधिक स्टार्टअप और 10,000 उद्यमियों को प्रभावित करना और 2,00,000 से अधिक नए रोजगार के अवसर पैदा करना है.