हिंदू धर्म में शीतला सप्तमी और अष्टमी का काफी महत्व है.यह हर साल चैत्र मास के कृष्ण पक्ष की सप्तमी और अष्टमी तिथि को मनाई जाती है. यह त्योहार एक और दो अप्रैल को मनाया जाता है. ऐसा माना जाता है कि इस दिन दोवी दुर्गा और पार्वती मां की अवतार देवी शीतला की पूजा की जाती है और उन्हें बासी खाने का भोग लगाया जाता है.इस त्योहार को बसौड़ा अष्टमी के नाम से भी जाना जाता है. धार्मिक मान्यता के अनुसार, इस अवसर पर पूजा और व्रत करने से रोग से मुक्ति मिलती है और लंबी आयु का वरदान प्राप्त होता है. यह भी पढ़े :Papmochani Ekadashi 2024: हर व्यक्ति को पापमोचिनी एकादशी व्रत क्यों रखना चाहिए? जानें इसका महत्व, मुहूर्त एवं पूजा विधि!

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