प्रत्येक वर्ष 6 जुलाई को दुनिया भर में अंतर्राष्ट्रीय चुंबन दिवस मनाया जाता है. युवा कपल्स के लिए इस दिन का विशेष महत्व होता है, जो उन्हें वैलेंटाइन डे के दिनों में ले जाता है, लेकिन जहां तक मानवीय रिश्तों की बात है तो यह दिवस चुंबन का एक अलग ही नजरिया दर्शाता है. ध्यान रहे है कि वैलेंटाइन डे वाले ‘किस डे‘ से यह ‘किस डे‘ भिन्न है. पाश्चात्य देशों में सार्वजनिक स्थानों पर चुम्बन सामान्य बात है. लोग थैंक्स या वेलकम के लिए भी चुंबन का आदान-प्रदान कर लेते हैं. लेकिन भारत इस संदर्भ में आज भी अपवाद कहा जा सकता है. आखिर क्यों मनाया जाता है चुंबन दिवस? क्या है इसका महत्व, मकसद और इतिहास? आइये जानते हैं.
क्या है इसका इतिहास?
अंतर्राष्ट्रीय चुंबन दिवस की शुरुआत सर्वप्रथम यूनाइटेड किंगडम में हुई थी. इसके बाद साल 2000 के दशक के आस-पास चुंबन दिवस को विशेष लोकप्रियता प्राप्त हुई. देखते ही देखते सारी दुनिया में 6 जुलाई को चुंबन दिवस मनाया जाने लगा.
मकसद अंतर्राष्ट्रीय किसिंग डे का?
अंतर्राष्ट्रीय किसिंग डे दो लोगों के बीच के रिश्तों की भावनाओं को गहराई देने के उद्देश्य से मनाया जाता है. दरअसल चुंबन प्यार और स्नेह की भावनाओं को व्यक्त करने का श्रेष्ठ माध्यम है. इस अंतर्राष्ट्रीय चुंबन दिवस का शारीरिक आकर्षण से दूर दूर तक का कोई मतलब नहीं होता, यह तो रिश्तों को गहराइयों तक समझने का दिन होता है. विशेषज्ञों की मानें तो किसिंग का हर तरीका दो लोगों के मन की बात उनकी आंतरिक भावनाओं को जाहिर करता है.
ऐसे करते हैं सेलिब्रेशन अंतर्राष्ट्रीय चुंबन दिवस का
अंतर्राष्ट्रीय चुंबन दिवस वस्तुतः आपके जीवन में खास मायने रखने वालों को किस करने का विशेष दिन होता है. यह किस कपल्स के प्रेम का प्रतीक तक ही सीमित नहीं, बल्कि माता-पिता, भाई-बहन, पिता-बेटी, माँ-बेटे के रिश्तों को भी दर्शाता है. कहने का आशय यह कि आप जिसे सबसे ज्यादा प्यार करते हैं, उसे चूमने का अधिकार यह दिवस विशेष देता है. ऐसा करके आप अपने रिश्तों को गहराई देते हैं.
चुंबन प्यार ही नहीं अच्छी सेहत का भी प्रतीक है
* चुंबन हैप्पी हार्मोन को बढ़ाता है. चुंबन की प्रक्रिया मस्तिष्क को कुछ केमिकल्स ऑक्सीटोसिन, डोपामाइन और सेरोटोनिन को रिलीज करने के लिए प्रेरित करता है, जो मस्तिष्क के आनंद केंद्रों को उदीप्त करके आप फील गुड का अहसास कराता है. यह आपके कोर्टिसोल (तनाव हार्मोन) के स्तर को भी कम करता है.
* यह आपके रिश्तों को एक सूत्र में बांधता है. जब आप किसी को किस करते हैं तो ऑक्सीटोसिन का स्त्राव आपके स्नेह और भावनाओं का कारण बनता है. सामने वाले को चूमने से रिश्तों में संतुष्टि आती है और दीर्घकालिक संबंधों में अहम भूमिका निभाता है.
* विशेषज्ञों के अनुसार एक मिनट तक कंटिन्यू किसिंग करने से करीब 6 कैलोरी नष्ट होती है.
* जब कपल्स किस करते हैं तो मस्तिष्क में ऑक्सीटोसिन हार्मोन जिसे लव हार्मोन कहते हैं, उत्पन्न होता है, आपके आपसी संबंधों में स्नेह और लगाव की भावना को पैदा करता है.
* हैप्पी हार्मोन को बढ़ाने के अलावा चुंबन आपके कोर्टिसोल के स्तर को करता है, और इस तरह से आपके नैतिक मूल्यों की भावनाओं में सुधार करता है
* किस करने से कोर्टिसोल के स्तर और तनाव में कमी आती है. चुंबन और अन्य स्नेहिल माध्यम मसलन आलिंगन करना या आई लव यू बोलना तनाव प्रबंधन से संबंधित शारीरिक प्रक्रियाओं को प्रभावित करता है.