Omicron Affects On Penis: कोरोना वायरस (Coronavirus) का ओमिक्रोन (Omicron) वैरिएंट दुनिया भर में चिंता का कारण बना हुआ है. इसका प्रकोप तेजी से लोगों को अपनी चपेट में ले रहा है. हाल में खुलासा हुआ है कि ओमिक्रोन वर्तमान में प्रमुख कोविड (Covid) तनाव है जो पुरुषों के प्राइवेट पार्ट (Private Part) को प्रभावित कर सकता है. यह पुरुषों में लिंग के सिकुड़ने से लेकर फेल्योर तक का कारण बन सकता है. इसके अलावा यह लंबे समय तक चलने वाली प्राइवेट पार्ट से जुड़ी समस्याओं को जन्म दे सकता है, लेकिन सबसे खराब स्थिति में दर्द हो सकता है, जीवन को खतरा हो सकता है और तत्काल चिकित्सा की आवश्यकता पड़ सकती है. चलिए जानते हैं ओमिक्रोन पुरुषों के प्राइवेट पार्ट को किस तरह से प्रभावित कर सकता है.
1- रक्त वाहिकाओं और रक्त के थक्कों को नुकसान
हम आमतौर पर सोचते हैं कि कोविड से सांस संबंधी समस्याएं होती हैं, लेकिन सबूत बताते हैं कि वायरस प्रवेश कर सकता है और इसलिए यह संभावित रूप से लिंग की रक्त वाहिकाओं को नुकसान पहुंचा सकता है. कोविड कई अंगों में पाई जाने वाली रक्त वाहिकाओं की एंडोथेलियल कोशिकाओं (Endothelial Cells) में प्रवेश करता है, जो उन्हें ठीक से काम करने से रोक सकता है. रक्त के थक्के जमने से घातक स्ट्रोक, फेफड़े की विफलता, दिल का दौरा और महत्वपूर्ण अंगों में रक्त के प्रवाह पर सामान्य प्रतिबंध लगा है. लिंग में यह दर्दनाक दर्द पैदा करने के साथ ही लिंग के सामान्य कामकाज को बाधित कर सकती है
2- लंबे समय तक चलने वाला इरेक्शन
लंबे समय तक चलने वाला इरेक्शन उन पुरुषों के लिए आदर्श लग सकता है जो बेडरूम में लंबे समय तक टिके रहना चाहते हैं, लेकिन ओमिक्रोन के चलते होने वाला यह दुष्प्रभाव अनुकूल से बहुत दूर है. ओमिक्रोन के कारण होने वाला लगातार इरेक्शन ऊतक को स्थायी तौर पर क्षति पहुंचा सकता है या फिर स्तंभन दोष का कारण बन सकता है. आमतौर पर इसका इलाज लिंग में एक इंजेक्शन द्वारा किया जाता है. यह भी पढ़ें: Peeing in Shower: शॉवर में पेशाब करने की आदत हो सकती है घातक, डॉक्टर ने दी चेतावनी- प्राइवेट पार्ट में हो सकती है यह समस्या
3- इरेक्टाइल डिस्फंक्शन
महामारी की शुरुआत से ही डॉक्टरों ने चेतावनी देना शुरू कर दिया था कि कोविड पुरुषों में स्तंभन दोष का कारण बन सकता है. ओहियो में क्लीवलैंड क्लिनिक के यूरोलॉजिस्ट डॉ रयान बर्गलुंड (Dr Ryan Berglund) ने एलए टाइम्स को बताया कि मरीजों के रक्त वाहिकाओं में सूजन हो सकती है और यह एक अवरोधक घटना का कारण बन सकता है और इरेक्शन प्राप्त करने की क्षमता को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकता है. मियामी यूरोलॉजिस्ट, जिन्होंने कोरोनो वायरस की खोज की थी, उन्होंने बताया था कि वायरस लिंग में प्रवेश कर सकते हैं और स्तंभन दोष का कारण बन सकते हैं.
4- पेनिस में सिकुड़न
यूनिवर्सिटी कॉलेज लंदन के नेतृत्व में 3,400 लोगों के एक अध्ययन में पाया गया कि 200 में लंबे समय तक कोविड के लक्षण बताए गए, जिसमें कुछ के पेनिस का आकार छोटा हो गया था. लैंसेट की ईक्लिनिकल मेडिसिन में प्रकाशित निष्कर्षों के अनुसार, लगभग पांच प्रतिशत पुरुषों को टेस्टिकल/लिंग के आकार में कमी का सामना करना पड़ा.
हाउ टू डू इट में कॉल करते हुए एक शख्स ने बताया था कि पिछले साल जुलाई में वो कोविड से संक्रमित हो गया था और बहुत बीमार था. जब अस्पताल से बाहर निकला तो उसमें स्तंभन दोष के लक्षण दिखने लगे और शख्स को लगा कि कोविड ने उसे स्थायी समस्या के साथ छोड़ दिया. बीमार होने से पहले उसके लिंग का आकार बड़ा था, लेकिन कोविड से संक्रमित होने के बाद उसका लिंग करीब डेढ़ इंच कम हो चुका था.