Hormonal Imbalance: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में अधिकांश लोग अपनी सेहत को नजरअंदाज कर देते हैं. खासकर, वर्किंग वुमन घर-परिवार और दफ्तर के कामों के बीच तालमेल बिठाने के चक्कर में अक्सर अपनी सेहत को पीछे छोड़ देती हैं, ऐसे में कई महिलाओं को कभी न कभी हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance) का सामना करना पड़ता है. हालांकि हार्मोनल असंतुलन के लिए कई चीजें जिम्मेदार हो सकती हैं. अत्यधिक तनाव (Stress), गतिहीन जीवनशैली (Sedentary Lifestyle) और अनुचित खान-पान (Improper Eating Habits) जैसी कई चीजों के कारण आप हार्मोनल असंतुलन की शिकार हो सकती हैं. यहां गौर करने वाली बात तो यह है कि कई महिलाएं इसके संकेतों को पहचान नहीं पाती हैं और इसे नजरअंदाज कर देती हैं, जिससे वो पीसीओडी (PCOD), थायराइड (Thyroid) और बांझपन (Infertility) जैसी समस्याओं से पीड़ित हो सकती हैं.
आइए जानते हैं मूड स्विंग से लेकर स्किन प्रॉब्लम्स तक, हार्मोनल असंतुलन के किन शुरुआती लक्षणों को बिल्कुल भी नजरअंदाज नहीं करना चाहिए. यह भी पढ़ें: Health Tips: अपनी इम्यूनिटी को मजबूत बनाने के लिए करें इस खास चाय का सेवन, सेहत के लिए है बेहद फायदेमंद
मूड स्विंग
अगर आप एक पल के लिए बेहद खुश हैं और अगले ही पल आपको गुस्सा आ जाता है या फिर आप उदास और चिंतित हो जाती हैं तो इसे नजरअंदाज बिल्कुल भी न करें. विशेषज्ञों की मानें तो यह हार्मोनल असंतुलन का एक विशिष्ट संकेत हो सकता है.
कमजोरी
एक अच्छी नींद लेने के बावजूद सुबह उठने के बाद अगर आप शारीरिक कमजोरी महसूस करती हैं तो यह संभव है कि आपके हार्मोन्स असंतुलित हैं. अच्छी नींद के बाद भी सुबह के समय कमजोरी महसूस होना हार्मोनल असंतुलन का एक और संकेत है.
बालों का झड़ना
अगर आपके बाल स्वस्थ हैं, बावजूद इसके वो झड़ने लगें तो इस समस्या को हल्के में न लें. विशेषज्ञों की मानें तो स्वस्थ होने के बाद भी बालों का झड़ना हार्मोनल असंतुलन को दर्शाता है.
अचानक वजन बढ़ना
एकाएक वजन का बढ़ना हार्मोलन असंतुलन की ओर इशारा करता है. अगर आप नियमित रुप से व्यायाम करते हैं, स्वस्थ आहार नियमों का पालन करने के साथ ही अच्छी नींद लेते हैं, फिर भी वजन बढ़ता है तो आपको डॉक्टर से सलाह लेनी चाहिए.
स्किन प्रॉब्लम्स
चेहरे पर मुंहासे, झुर्रियां, डल स्किन, ड्राइनेस और स्किन का अत्यधिक ऑइली होना इत्यादि समस्याएं दर्शाती हैं कि आप हार्मोनल असंतुलन से पीड़ित हैं. त्वचा से संबंधित ये समस्याएं हार्मोनल असंतुलन की ओर इशारा करती हैं, इसलिए इन्हें नजरअंदाज नहीं करना चाहिए.
पीरियड्स में गड़बड़ी
अगर आपको पीरियड्स निर्धारित समय से पहले या फिर देर से आते हैं तो सावधान हो जाइए, क्योंकि ऐसा हार्मोनल असंतुलन के कारण हो सकता है. इसके अलावा मासिक धर्म के दौरान अत्यधिक और असहनीय दर्द भी हार्मोनल असंतुलन का संकेत है.
अपच
कब्ज, भूख में कमी, ब्लोटिंग, एसिडिटी और भोजन करने के बाद बेचैनी महसूस होना इत्यादि पेट के खराब स्वास्थ्य की ओर इशारा करते हैं. हालांकि पेट से जुड़ी ये समस्याएं हार्मोनल असंतुलन के कारण हो सकती हैं, इसलिए इन्हें नजरअंदाज न करें. यह भी पढ़ें: Health Tips: खाने-पीने की यह चीजें आपके इम्यून सिस्टम को कर सकती हैं कमजोर, न करें इनका सेवन
नींद की समस्या
अनिद्रा, नींद में खलल और आठ घंटे से ज्यादा सोने के बावजूद हर समय थकान महसूस होना खराब हार्मोनल स्वास्थ्य के संकेत हैं. ऐसे में अगर आप नींद से जुड़ी किसी समस्या से पीड़ित हैं तो किसी डॉक्टर से संपर्क करें.
गौरतलब है कि स्वास्थ्य से जुड़ी ये समस्याएं इस ओर इशारा करती हैं कि आप हार्मोनल असंतुलन से पीड़ित हैं. हालांकि इस समस्या से आप हेल्दी लाइफस्टाइल, नियमित व्यायाम, प्राणायाम, स्ट्रेस मैनेजमेंट के साथ-साथ आयुर्वेदिक हर्ब्स और दवाइयों के जरिए निजात पा सकती हैं.
नोट- इस लेख में दी गई तमाम जानकारियों को केवल सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है. इसकी वास्तविकता, सटीकता और विशिष्ट परिणाम की हम कोई गारंटी नहीं देते हैं. इसमें दी गई जानकारियों को किसी बीमारी के इलाज या चिकित्सा सलाह के लिए प्रतिस्थापित नहीं किया जाना चाहिए. इस लेख में बताए गए टिप्स पूरी तरह से कारगर होंगे या नहीं इसका हम कोई दावा नहीं करते है, इसलिए किसी भी टिप्स या सुझाव को आजमाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें.