Inspirational Quotes of Mother Teresa: जरूरतमंद और असहाय लोगों की सेवा के लिए अपने जीवन को समर्पित करने वाली मदर टेरेसा (Mother Teresa) की आज 109वीं जयंती (Mother Teresa 109th Birth Anniversary) मनाई जा रही है. दुनिया के लिए शांतिदूत कही जाने वाली मदर टेरेसा का जन्म 26 अगस्त 1910 को मेसिडोनिया के स्कोप्जे शहर में हुआ था. मदर टेरेसा एक रोमन कैथोलिक नन थी, जो साल 1929 में भारत आईं और हमेशा के लिए यहीं रह गईं. साल 1948 में उन्होंने भारत की नागरिकता ली और साल 1950 में कोलकाता का रुख किया, जहां उन्होंने 'मिशनरीज ऑफ चैरिटी' की स्थापना की. उनके द्वारा स्थापित की गई यह संस्था दुनिया के 123 देशों में 4500 सिस्टर के जरिए लोगों की निरंतर सेवा कर रही है. मदर टेरेसा ने करीब 68 साल तक कोलकाता में रहकर गरीब, बीमार और लाचार लोगों की सेवा की और दुनिया को मानवता का पाठ पढ़ाया.
मदर टेरेसा के विचारों ने समाज में शांति और प्रेम बनाए रखने का काम किया. इस महान विभूति के 109वें जन्मदिवस के अवसर पर हम आपको रूबरू कराते हैं मदर टेरेसा के 10 अनमोल विचारों (10 Inspirational Quotes of Mother Teresa) से, जो लोगों को आज भी प्रेरणा देते हैं और आप भी इन विचारों से प्रेरणा ले सकते हैं.
मदर टेरेसा के 10 अनमोल विचार
1- खूबसूरत लोग हमेशा अच्छे नहीं होते, लेकिन अच्छे लोग हमेशा खूबसूरत होते हैं.
2- कुछ लोग आपकी जिंदगी में आशीर्वाद की तरह हैं तो कुछ लोग एक सबक की तरह.
3- प्रेम एक ऐसा फल है जो हर मौसम में मिलता है और इस फल को हर को पा सकता है.
4- कल बीत गया है, कल अभी आया नहीं है, हमारे पास तो सिर्फ आज है, चलिए शुरुआत करें.
5- हम सभी भगवान के हाथ में एक कलम के समान हैं.
6- हम सब महान कार्य नहीं कर सकते, लेकिन हम अपने कामों को तो प्यार से कर सकते हैं.
7- दया और प्रेम भरे शब्द छोटे हो सकते हैं, लेकिन वास्तव में उनकी गूंज की कोई सीमा नहीं होती है.
8- अगर आप सौ लोगों को भोजन नहीं खिला सकते हैं तो एक व्यक्ति को ही खिलाइए.
9- शांति की शुरुआत हमेशा मुस्कराहट से होती है, इसलिए हर हालात में मुस्कुराते रहें.
10- दुनिया का सबसे बड़ा रोग है किसी के लिए कुछ भी न होना, इसलिए हमेशा दूसरों की मदद करें.
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साल 1979 में शांति और सद्भावना के क्षेत्र में अहम योगदान देने के लिए मदर टेरेसा को नोबल पुरस्कार से सम्मानित किया गया. इस पुरस्कार से सम्मानित किए जाने के एक साल बाद ही साल 1980 में उन्हें भारत रत्न सम्मान से नवाजा गया. दिन-रात लोगों की सेवा करते-करते मदर टेरेसा की तबीयत खराब होने लगी और अपनी खराब सेहत के चलते उन्होंने 1996 में अपनी संस्था के पद से इस्तीफा दे दिया. इसके एक साल बाद 5 सितंबर 1997 को 87 साल की उम्र में मदर टेरेसा ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया. गौरतलब है कि उनकी जयंती के अवसर पर कोलकाता में मदर हाउस में मिशनरीज ऑफ चैरिटी की सिस्टर्स की ओर से विशेष प्रार्थना का आयोजन किया जाता है.