Chand Raat Mubarak 2022 Wishes: चांद रात (Chand Raat) सबसे महत्वपूर्ण दिन है जो रमजान (Ramzan) महीने के अंत और इस्लामिक कैलेंडर में ईद अल-फितर की पूर्व संध्या का प्रतीक है. दुनिया भर के मुसलमान चांद रात मनाते हैं, जिसे ईद की शाम या अमावस्या की रात के रूप में भी जाना जाता है और दूसरे दिन ईद का त्यौहार मनाया जाता है. चांद रात को मुस्लिम परिवार और दोस्त खुले इलाकों में ईद का चांद देखने के लिए इकट्ठा होते हैं, जो शव्वाल के 10 वें इस्लामी महीने के आगमन का संकेत देता है. चांद रात 2 मई 2022 को पड़ रही है. हदीस में इस रात को इनाम की रात का नाम दिया गया है. यह भी पढ़ें: Jamat ul-Vida 2022: कब है जमात-उल-विदा? जानें जुमुअतुल-विदा यानी रमजान के आखिरी जुमा का महत्व और महोत्सव?
तीस रोजे की अवधि अमावस्या की रात को समाप्त होती है और लोग एक-दूसरे को "चाँद रात कि मुबारकबाद देते हैं. मुस्लिम समुदाय के लिए इस रात का बहुत सामाजिक-सांस्कृतिक महत्व होता है, जब महिलाएं अपने हाथों में सुंदर मेहंदी रचाती हैं और मीठे व्यंजन बनाती हैं. नए कपड़े और उपहार खरीदने के लिए उत्साह से बाजार में खरीदारी करती हैं. सड़कें और बाजार चमकदार रोशनी से ढक जाते हैं, और कुछ दुकानें और मॉल देर रात तक खुले रहते हैं. इस दिन लोग एक दूसरे के गले मिलकर चांद रात की मुबारकबाद देते हैं. अगर आप भी अपने प्रियजनों को चांद रात की मुबारकबाद देना चाहते हैं तो नीचे दिए गए विशेज और ग्रीटिंग्स भेजकर दे सकते हैं.
1- खुदा करे हर रात चांद बनकर आए,
दिन का उजाला शाम बनकर आए,
कभी ना दूर हो आपके चेहरे की मुस्कुराहट,
हर दिन ऐसा मेहमान बनकर आए.
चांद रात मुबारक!
2- रात को नया चांद मुबारक,
चांद को चांदनी मुबारक,
फलक को सितारे मुबारक,
सितारों को बुलंदी मुबारक,
और आपको हमारी तरफ से,
चांद रात मुबारक!
3- ऐ चांद, तू उनको मेरा पैगाम कह देना,
खुशी का दिन और हंसी की शाम देना,
जब वो करें तेरा दीदार बाहर आकर,
उनको मेरी तरफ से ईद मुबारक कह देना.
चांद रात मुबारक!
4- तू मेरी दुआओं में शामिल है इस तरह,
फूलों में होती है खुशबू जिस तरह,
अल्लाह तुम्हारी जिंदगी में इतनी खुशियां दें,
जमीन पर होती है बारिश जिस तरह...
चांद रात मुबारक!
5- चुपके से चांद की रोशनी छू जाए आपको,
धीरे से ये हवा कुछ कह जाए आपको,
दिल से जो चाहते हो मांग लो खुदा से,
हम दुआ करते है मिल जाए वो आपको...
चांद रात मुबारक!
ईद का चांद दिखाई देने के बाद मस्जिदों और मीडिया चैनलों से घोषणाएं की जाती हैं. अगले दिन रमजान ईद मनाया जाता है. चांद रात को रोजे के महीने के दौरान व्यक्ति के धैर्य, समर्पण और प्रत्याशा के प्रतिफल के रूप में देखा जाता है. इसी कारण से, ईद-उल-फितर पर अमावस्या की रात को ईद-उल-अधा की तुलना में अधिक व्यापक रूप से मनाया जाता है.