Bada Mangal 2020: बड़े मंगल का मासिक मेला शुरू, जानें इसका महत्व और हनुमान जी को प्रसन्न कर मनोवांछित वरदान प्राप्त करने की खास पूजा विधि
पवनपुत्र हनुमान (Photo Credits: @rpsingh/ Twitter)

Bada Mangal 2020: वैसे तो प्रत्येक सप्ताह  मंगलवार और शनिवार के दिन हनुमान जी (Lord Hanuman) की पूजा-अर्चना की ही जाती है. इन दिनों श्रद्धालु उपवास रखते हुए हनुमान चालीसा (Hanuman Chalisa) पढ़ते हैं. मंदिरों में दर्शन करते हैं, लेकिन सनातन धर्म के अनुसार ज्येष्ठ मास में पड़ने वाले हर मंगलवार का विशेष महात्म्य होता है. मान्यता है कि श्रीराम (Lord Ram) और हनुमान जी (Hanuman) की पहली मुलाकात इसी माह हुई थी. इन दिनों हनुमानजी की पूजा करने से व्यक्ति की हर मनोकामनाएं पूरी होती हैं. आइए जानें क्या है इस दिन का महात्म्य.

क्यों मनाते हैं बड़ा मंगल?

इस वर्ष ज्येष्ठ माह में चार मंगलवार (12, 19, 26 मई और 2 जून) होंगे. देश भर में इन मंगलवारों को मंदिरों में भारी तादाद में लोग हनुमान जी का दर्शन और पूजा-अर्चना करते हैं और आम जनता को भोग खिलाते हैं. मान्यता है कि वनवास काल में सीताजी की तलाश करते हुए श्रीराम और हनुमान जी की पहली मुलाकात इसी ज्येष्ठ मास में किष्किंधा पर्वत पर हुई थी. इसी वजह से इस माह के सभी मंगलवारों का विशेष महात्म्य होता है.

लॉकडाउन में ऐसे मनाएं बड़े मंगल का पर्व

मान्यतानुसार इस माह के चारों मंगलवारों को मंदिरों में हनुमान जी को शुद्ध देशी घी के लड्डू चढ़ाने का विधान है, जिसमें भारी तादाद में श्रद्धालु एकत्र होते हैं. श्रद्धालुओं में ऐसी आस्था है कि ऐसा करने से हनुमान जी प्रसन्न होकर मनचाहा वरदान देते हैं. लेकिन चूंकि इस बार कोरोना वायरस की महामारी के कारण संपूर्ण भारत में लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग के नियमों को फॉलो किया जा रहा है, तो बेहतर होगा कि इस बार मंदिरों में भीड़ न लगाएं और घर के मंदिर में ही, घर में बने लड्डू का भोग हनुमानजी को चढ़ाएं और विधिवत पूजा-अर्चना करें. लड्डू बनाते समय स्वच्छता का अवश्य ध्यान रखें. यह भी पढ़ें: Hanuman Jayanti 2020: हनुमान चालीसा का पाठ पढ़ने से होता है बड़ा लाभ और दूर हो जाते हैं सारे क्लेश, यहां पढ़ें बोल

ऐसे करें हनुमान जी की पूजा-अर्चना

ज्यतिषियों के अनुसार हनुमान जी स्वयं को श्रीराम का सेवक मानते हैं, इसलिए हनुमान जी की पूजा से पूर्व श्रीराम की पूजा अवश्य करनी चाहिए, तभी हनुमान जी प्रसन्न होते हैं, श्रीराम की स्तुतिगान करने के बाद हनुमान जी की पूजा करते समय तुलसी, लाल रंग के फूल और रोली इत्यादि चढ़ाएं. इसके बाद तिल के तेल का दीपक जलाएं. इस दिन ब्रह्मचर्य का कड़ाई से पालन करते हुए विधि-विधान से पूजा करें. पूजा करते समय हनुमान जी को भोग में हलवा, बूंदी के लड्डू, पंचमेवा, डंठल वाला पान, केसर-भात और इमरती अर्पित कर सकते हैं. माना जाता है कि ऐसा करने से हनुमान जी अपने भक्तों पर प्रसन्न होते हैं और उन्हें मनोवांछित फल प्रदान करते हैं.