उत्तर भारत में ठंड और कोहरे का डबल अटैक, ठिठुरन से जनजीवन प्रभावित, कई ट्रेन हुई रद्द
प्रतीकात्मक तस्वीर (Photo Credit-PTI)

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली (Dehli) ठंड, कोहरे और प्रदूषण की मार झेल रही है. बुधवार को राजधानी दिल्ली में लगातार 5वें दिन प्रदूषण का स्तर खराब दर्ज किया गया. इसके साथ ही ठंडी हवाएं तापमान को और नीचे ले जा रहीं हैं. सर्द हवाओं प्रदूषण में कुछ सुधार जरुर हुआ है लेकिन स्थिति अभी भी खतरनाक बनी हुई है. राजधानी दिल्ली में बुधवार को न्यूनतम तापमान 3.8 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचा. ये इस सीजन का दूसरा न्यूनतम तापमान कहा जा रहा है. इससे पहले भी दिल्ली का तापमान 3.7 डिग्री तक पहुंच गया था.

उत्तर भारत के राज्य कोहरे (Fog) से जूझ रहें हैं, जिसके कारण विजिब्लिटी काफी कम हो गई है. इसके कारण रेल यात्रियों की परेशानी भी शुरू हो गई है. मंगलवार को 1 दर्जन से अधिक ट्रेन 2 से 6 घंटे देरी से चली. इसके अलावा इसके अलावा 48 ट्रेन रद्द हो गई और 20 ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी रेलवे ने घटा दी.

सबसे धीमी रफ्तार पदमावत एक्सप्रेस की रही. यह ट्रेन अपने नियत समय से 5 घंटे की देरी से चली. पूर्वा एक्सप्रेस 4 घंटे की देरी से दिल्ली पहुंची तो छिंदवाड़ा-दिल्ली एक्सप्रेस भी इतने ही घंटे की देरी से चली. सप्तक्रांति एक्सप्रेस करीब 3 घंटे की देरी से आनंद विहार रेलवे स्टेशन पहुंची. इसके अलावा पुरुषोत्तम, श्रमजीवी, विक्रमशीला, अमृतसर एक्सप्रेस, स्वतंत्रता सेनानी, कैफियात ट्रेन भी देरी से चली.

 15 फरवरी तक 48 ट्रेनें रद्द 

कोहरे को ध्यान में रखते हुए रेलवे ने 15 फरवरी तक 48 ट्रेनों को रद्द कर दिया है. इन ट्रेनों में चंडीगढ-अमृतसर, वाराणसी-गोंडा, नई दिल्ली-रोहतक, हरीहर एक्सप्रेस, भटिंडा जम्मू तवी एक्सप्रेस, शहीद एक्सप्रेस शामिल हैं. जिन ट्रेन की फ्रीक्वेंसी कम की गई हैं उनमें कैफियात, हिमगिरी, श्रीधाम, भागलपुर गरीब रथ, कटिहार हमसफर, महानंदा समेत अन्य 20 ट्रेन हैं. ट्रेन सप्ताह में दो या तीन दिन ही चलेंगी.

इसके अलावा 26 दिसंबर को दो मार्गो के दो घंटों के लिए ब्लॉक किए जाने के कारण पांच जोड़ी ट्रेनें निरस्त, दो शार्ट-टर्मिनेशन और दो ट्रेनों की रि-शिड्यूलिंग की जाएगी. पूर्वात्तर रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी संजय यादव ने बताया कि रेलवे प्रशासन की ओर से 26 दिसंबर (बुधवार) को 05.00 से 08.00 बजे तक पनियहवा प्वाइंट पर और 7.00 से 10.00 बजे तक गोरखपुर पर फ्रेट कन्वाय प्लान करने के लिए ब्लॉक किया जा रहा है. इस कारण कुछ गाड़ियों का निरस्तीकरण, रिशिड्यूलिंग एवं शार्ट-टर्मिनेशन किया जाएगा.