मुंबई में एनसीपी नेता बाबा सिद्दीकी की हत्या ने एक बार फिर अपराध और गैंगस्टर की दुनिया में तहलका मचा दिया है. इस हत्या में सिद्दीकी को 6 गोलियां लगीं, जिनमें से तीन घातक साबित हुईं. बाबा सिद्दीकी का नाम बॉलीवुड और राजनीतिक हलकों में कनेक्शनों के लिए जाना जाता था.उनकी हत्या के बाद लॉरेंस बिश्नोई गैंग का नाम एक बार फिर चर्चा में है. बिश्नोई गैंग ने बाबा सिद्दीकी की हत्या की जिम्मेदारी ली है. वहीं शूटरों ने भी कबूल किया है कि वे गैंग के लिए काम करते हैं.
कौन है लॉरेंस बिश्नोई
लॉरेंस बिश्नोई का नाम आज भारतीय अपराध की दुनिया में एक प्रमुख नाम बन चुका है. यह गैंगस्टर न केवल भारत में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी आपराधिक गतिविधियों के लिए जाना जाता है. उसकी कहानी एक साधारण पुलिस कॉन्स्टेबल के बेटे से शुरू होकर एक खतरनाक अपराधी बनने तक फैली हुई है.
प्रारंभिक जीवन
लॉरेंस का जन्म 12 फरवरी 1993 को पंजाब के फिरोजपुर में हुआ. उसके पिता हरियाणा पुलिस में कॉन्स्टेबल थे, लेकिन कुछ सालों बाद उन्होंने नौकरी छोड़कर खेती करने का निर्णय लिया. लॉरेंस ने पंजाब विश्वविद्यालय से एलएलबी की पढ़ाई की, लेकिन कॉलेज चुनावों में हारने के बाद उसकी जिंदगी में एक बड़ा मोड़ आया.
अपराध की दुनिया में प्रवेश
कॉलेज में हारने के बाद, लॉरेंस ने अपराध की दुनिया की ओर कदम बढ़ाया. उसने 2011 में चंडीगढ़ में अपने पहले अपराध को अंजाम दिया. धीरे-धीरे, उसने अपने गैंग का निर्माण किया और शार्प शूटरों को शामिल किया. उसका गैंग आज उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों में सक्रिय है, जिसमें पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और राजस्थान शामिल हैं.
हाई-प्रोफाइल मामले
लॉरेंस बिश्नोई का नाम तब चर्चा में आया जब उसने 2018 में बॉलीवुड अभिनेता सलमान खान को जान से मारने की धमकी दी. इसका कारण 1998 का काले हिरण शिकार मामला था. यह धमकी आज भी उसके और सलमान के बीच दुश्मनी का एक प्रमुख कारण है. उसके बाद, उसने अपने गैंग के सदस्यों के साथ मिलकर कई अन्य हाई-प्रोफाइल अपराधों को अंजाम दिया.
बाबा सिद्दीकी हत्या का कनेक्शन
हाल ही में बाबा सिद्दीकी की हत्या के बाद सवाल उठता है कि क्या यह हत्या सलमान खान से उसकी नजदीकी के कारण हुई. बाबा सिद्दीकी और सलमान खान के बीच गहरे संबंध थे, जो इस हत्या की जांच का एक महत्वपूर्ण पहलू है. इस मामले में एक बात साफ है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग को अपना लक्ष्य चुनने में कोई संकोच नहीं है.
गैंग का अंतरराष्ट्रीय नेटवर्क
लॉरेंस बिश्नोई का गैंग केवल भारत में ही नहीं, बल्कि विदेशों में भी सक्रिय है. उसके सहयोगी जैसे गोल्डी बराड़ और रोहित गोदारा विदेश से बैठकर भारत में अपराधों का संचालन करते हैं. यह गैंग रंगदारी, हत्या, अवैध हथियारों की तस्करी, और फिरौती जैसे संगठित अपराधों में शामिल है.
सोशल मीडिया का प्रभाव
लॉरेंस ने अपने गैंग के लिए सोशल मीडिया का उपयोग किया है, जिससे उसने अपने डर और आतंक का विस्तार किया. वह अक्सर अपने गैंगस्टर जीवन की तस्वीरें और वीडियो साझा करता है, जिससे उसकी छवि और भी डरावनी हो गई है. यह उसके लिए एक ऐसा मंच है जिससे वह अपने समर्थकों से जुड़ा रहता है और अपने दुश्मनों में डर पैदा करता है.
आतंकवाद के आरोप
लॉरेंस बिश्नोई की गतिविधियों की जांच की जा रही है, जिसमें उसके खालिस्तानी समर्थकों और आईएसआई से संबंध शामिल हैं. उसकी गतिविधियों पर नज़र रखने वाली एनआईए ने उसके खिलाफ यूएपीए के तहत मामले दर्ज किए हैं, जिससे उसकी स्थिति और गंभीर होती जा रही है. कानून व्यवस्था को चुनौती देने वाले इस गैंग के सदस्यों की खोज में पुलिस भी सक्रिय है.
लॉरेंस बिश्नोई का जीवन एक साधारण कॉलेज स्टूडेंट से शुरू होकर आज के खतरनाक गैंगस्टर बनने की कहानी है. उसका गैंग आज भी सक्रिय है और भारतीय कानून व्यवस्था के लिए एक चुनौती बना हुआ है. उसकी गिरफ्तारी के बावजूद, उसका आपराधिक नेटवर्क भारत और विदेशों में फैलता जा रहा है, जो यह दर्शाता है कि वह जुर्म की दुनिया में एक बड़ा नाम बन चुका है.
यह कहानी न केवल लॉरेंस बिश्नोई की बल्कि उस पूरी दुनिया की है जिसमें अपराध और कानून के बीच की लड़ाई जारी है. आने वाले समय में यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या लॉरेंस बिश्नोई को कानून के शिकंजे में लाया जा सकेगा या वह अपने साम्राज्य का विस्तार करने में सफल रहेगा.