Holika Dahan 2025 Messages in Hindi: अबीर-गुलाल और रगों के पर्व होली (Holi) से ठीक एक दिन पहले बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के तौर पर होलिका दहन का त्योहार मनाया जाता है, जिसे छोटी होली (Chhoti Holi) के नाम से भी जाना जाता है. इस साल 13 मार्च 2025 को होलिका दहन (Holika Dahan) का पर्व मनाया जा रहा है, जबकि हिंदू पंचांग के अनुसार, हर साल फाल्गुन मास की पूर्णिमा तिथि को यह पर्व मनाया जाता है और फिर अगले दिन लोग एक-दूसरे को रंगों से सराबोर करते हुए रंगों वाली होली खेलते हैं. होलिका दहन की अग्नि में लोग गोबर के उपले, गेंहू की नई बालियां, नारियल और उबटन डालते हैं. ऐसी मान्यता है कि होलिका दहन से पहले होलिका की सात परिक्रमा करके उसमें मिठाई, उपले, इलायची, लौंग, अनाज इत्यादि अर्पित करने से घर-परिवार में सुख-समृद्धि का आगमन होता है. इसके साथ ही व्यक्ति को अच्छे आरोग्य की प्राप्ति होती है और सारी नकारात्मकता अग्नि में जलकर भस्म हो जाती हैं.
बुराई पर अच्छाई की जीत के पर्व होलिका दहन को मनाने के लिए लकड़ियों, कंडों या उपलों से होलिका तैयार की जाती है, फिर विधि-विधान से पूजा करके होलिका की अग्नि को जलाया जाता है. होलिका दहन यानी छोटी होली के शुभकामना संदेश भी शेयर किए जाते हैं. ऐसे में आप इन शानदार हिंदी मैसेजेस, शायरी, वॉट्सऐप विशेज, फेसबुक ग्रीटिंग्स को शेयर करते हुए सबसे हैप्पी होलिका दहन कह सकते हैं.





होलिका दहन से जुड़ी प्रचलित पौराणिक कथा के अनुसार, असुर हिरण्यकश्यप के पुत्र प्रह्लाद भगवान विष्णु के परम भक्त थे, लेकिन अपने पुत्र की यह बात हिरण्कश्यप को बिल्कुल भी पसंद नहीं थी. ऐसे में हिरण्यकश्यप ने अपनी बहन होलिका को भक्त प्रह्लाद को मारने का आदेश दिया. ऐसा कहा जाता है कि होलिका को अग्नि में न जलने का वरदान प्राप्त था, इसलिए अपने भाई हिरण्यकश्यप के कहने पर वो भक्त प्रह्लाद को अपनी गोद में लेकर अग्नि में बैठ गईं, लेकिन होलिका खुद उस अग्नि में जलकर भस्म हो गई, जबकि श्रीहरि ने अपने भक्त प्रह्लाद के प्राणों की रक्षा की.













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