Pakistan Train Hijack Latest Update: पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के बोलान इलाके में जाफर एक्सप्रेस को हाईजैक हुए 33 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका है, लेकिन अब तक पाकिस्तान सरकार या सेना की ओर से कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है. इस ट्रेन को बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने अपने कब्जे में लिया है और अब तक 100 से ज्यादा पाकिस्तानी सैनिकों को मारने का दावा किया है. BLA के मुताबिक, उन्होंने पाकिस्तानी सेना के 200 से ज्यादा सैनिकों को बंधक बना लिया है, जिनमें 43 पंजाब रेजिमेंट के कैप्टन रिज़वान भी शामिल हैं.
BLA ने अब तक 13 टेक्स्ट स्टेटमेंट, 3 ऑडियो और 1 वीडियो जारी किए हैं, जिसमें अपहृत ट्रेन का दृश्य दिखाया गया है. दूसरी ओर, पाकिस्तानी सेना और सरकार की ओर से चुप्पी, आम जनता में गुस्सा और डर दोनों बढ़ा रही है.
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जाफर एक्सप्रेस अभी भी बलूच विद्रोहियों के कब्जे में
New video from Bolan in Balochistan. Civilians freed by Baloch freedom fighters walk away from the site of train hijacking. No gunshots from Pakistani security forces. No operation from Pakistan Army visible on ground. Pakistan ISPR funded media says operation is over in Bolan. pic.twitter.com/6epf9XCj0X
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) March 12, 2025
BLA की रणनीति ने पाकिस्तान को किया गुमराह?
रिपोर्ट्स के मुताबिक, BLA ने पहले पाकिस्तानी खुफिया एजेंसियों को फर्जी सूचना दी थी कि क्वेटा में बड़ा हमला होने वाला है. इस सूचना के आधार पर पाकिस्तान सेना ने क्वेटा की सुरक्षा कड़ी कर दी और वहां भारी संख्या में सैनिक तैनात कर दिए. लेकिन असली हमला बोलान में हुआ, जिससे पाकिस्तान सेना पूरी तरह से चौंक गई और हाईजैकिंग को रोकने में नाकाम रही.
सेना और सरकार पर उठ रहे सवाल
हाईजैकिंग के दौरान बलूच लड़ाकों ने कई आम नागरिकों को रिहा कर दिया, लेकिन पाकिस्तानी सेना कोई सैन्य अभियान शुरू करने में असफल रही. सोशल मीडिया पर लोग पाकिस्तानी सरकार की चुप्पी पर सवाल उठा रहे हैं. उनका कहना है कि सरकार ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया.
ताबूतों की सप्लाई बढ़ी
पाकिस्तानी सेना के ISPR समर्थित मीडिया का दावा है कि सेना ने बोलान में सफल ऑपरेशन कर लिया और 30 बलूच विद्रोही मारे गए. लेकिन ज़मीनी हकीकत इससे बिल्कुल अलग दिख रही है. दरअसल, सैकड़ों की संख्या में ताबूतों को क्वेटा रेलवे स्टेशन से बोलान भेजा जा रहा है, जिससे पता चलता है कि पाकिस्तानी सेना को भारी नुकसान हुआ है.
अब सवाल यह है कि पाकिस्तान सरकार और सेना इस गंभीर स्थिति से कैसे निपटेगी? क्या BLA के कब्जे में फंसे सैनिकों को छुड़ाया जा सकेगा? या फिर बलूच लड़ाई पाकिस्तान के लिए और भी गंभीर संकट खड़ा कर देगी?













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