नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली समेत उत्तर भारत के अधिकतर हिस्सों में आज (7 दिसंबर) सुबह घना कोहरा छाया दिखा. कश्मीर घाटी, उत्तराखंड और हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले क्षेत्रों में बारिश और बर्फबारी बढ़ने की उम्मीद है. इसके चलते आने वाले दिनों में तापमान में गिरावट होगी और शीतलहर के आगमन की पूरी संभावना जताई जा रही है. उत्तर भारत के ज्यादातर इलाकों में मौसम सूखा रहा
न्यूज़ एजेंसी एएनआई द्वारा साझा की गयी तस्वीरें और विडियो में साफ देखा जा सकता है कि सड़कों पर घना कोहरे के कारण विजिबिलिटी बेहद कम हो गयी है. वहीँ, बिहार के मुजफ्फरपुर में भी सुबह से ही कोहरा छाया दिखा. जबकि उत्तर प्रदेश के नोएडा और गाजियाबाद में भी कोहरे का असर देखने को मिल रहा है. गौतम बुद्ध नगर भी घने कोहरे के कारण दृश्यता स्तर काफी कम हो गई. उत्तर भारत के कई इलाकों में कोहरे से यातायात पर भी असर पड़ा है.
उल्लेखनीय है की मौसम विभाग (आईएमडी) ने उत्तर भारत में इस साल अधिक कड़ाके की सर्दी पड़ने और ज्यादा शीत लहर चलने की भविष्यवाणी की है. आईएमडी ने दिसंबर से फरवरी के लिए अपने सर्दियों के पूर्वानुमान में कहा कि उत्तर और मध्य भारत में न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है.
Bihar: A layer of fog envelopes Muzaffarpur; visuals from Muzaffarpur-Motihari Highway. pic.twitter.com/jeJ5KOnjEZ
— ANI (@ANI) December 7, 2020
आईएमडी ने अपने पूर्वानुमान में कहा, ‘‘आगामी सर्दी के मौसम (दिसंबर से फरवरी) में उत्तर, उत्तर पश्चिम, मध्य भारत के अधिकतर उपसंभागों में और पूर्वी भारत के कुछ उपसंभागों में न्यूनतम तापमान सामान्य से कम रहने की संभावना है.’’ उत्तर भारत के मैदानी इलाकों में हर साल सर्दी के मौसम में शीत लहर के प्रकोप से अनेक लोगों की जान चली जाती है. अधिक कड़ाके की सर्दी पड़ने की वजह ला नीना प्रभाव को मन जा रहा है. ज्ञात हो कि ला नीना प्रशांत महासागर के पानी के शीतलन से जुड़ा एक घटनाक्रम है.