Uttarakhand: भारी बारिश से पिछले 24 घंटों में पांच लोगों की मौत, धारचूला में पल भर में नदी में समाया घर; देखें Videos
Rains in Dharchula | Photo: ANI

देहरादून: उत्तराखंड में भारी बारिश का कहर जारी है. पहाड़ी जिलों में स्थिति इस दिनों बेहद खराब है. भारी बारिश के चलते पिथौरागढ़ के धारचूला में काली नदी मंगलवार को उफान पर आ गई. नदी के बढ़ा हुआ जलस्तर सीमांत में कहर बरपा रहा है. पिथौरागढ़ जिले के सीमांत क्षेत्र धारचूला में लगातार हो रही बारिश के कारण काली नदी का जलस्तर बढ़ रहा है. जलस्तर बढ़ने से नदी किनारे बना एक घर बह गया. धारचूला प्रशासन ने पहले ही मकान खाली करा लिया था, जिससे कोई जनहानि नहीं हुई. Videos: हिमाचल में बारिश से भारी तबाही, 48 घंटों में 17 लोगों की मौत; कैमरे पर कैद हुए खौफनाक मंजर. 

पहाड़ों में नदियों का रौद्र रूप दिख रहा है. नदी से बहाव से भू-कटाव लगातार बढ़ रहा है और फ्लैश फल्ड का खतरा भी कई गावों पर मंडरा रहा है. चमोली जिले के सीमावर्ती इलाके में बरसाती नदी जुम्मागाड़ में अचानक आई बाढ़ में उस पर बना पुल बह गया जिससे भारत—तिब्बत सीमा को जोड़ने वाली सड़क बंद हो गयी तथा एक दर्जन से अधिक सीमांत गांवों का संपर्क टूट गया.

धारचूला में नदी में समाया घर

पिथौरागढ़

जोशीमठ से करीब 45 किलोमीटर दूर जोशीमठ-नीति राजमार्ग पर स्थित जुम्मा गांव के पास बहने वाली जुम्मागाड़ नदी में सोमवार देर शाम आई बाढ़ का कहर देर रात तक जारी रहा जिसमें उस पर बना पुल भी बह गया.

24 घंटों में पांच लोगों की मौत

उत्तराखंड में विभिन्न स्थानों पर मंगलवार को भी बारिश जारी रही. पिछले 24 घंटों में पहाड़ों से भूस्खलन होने और बोल्डर गिरने से पांच श्रद्धालुओं की मौत हो गई और आठ अन्य घायल हो गए. राष्ट्रीय राजमार्गों सहित कई मार्गों के बार-बार भूस्खलन के कारण बंद रहने से सामान्य जनजीवन के साथ ही चारधाम यात्रा भी प्रभावित हो रही है जबकि मौसम विभाग ने मंगलवार और बुधवार को भारी बारिश का पूर्वानुमान व्यक्त करते हुए पर्याप्त सावधानी बरतने को कहा है.

गंगोत्री की स्थिति भयावह

हरिद्वार

लगातार बारिश से गंगा, यमुना तथा अन्य सभी नदियां उफान पर हैं जिससे कुछ स्थानों पर उनमें पुल भी बह गए हैं. गंगोत्री राजमार्ग के बाधित होने से गंगोत्री और गंगनानी के बीच तीन-चार हजार यात्री फंस गए. उत्तरकाशी जिले में भटवाड़ी क्षेत्र के गंगनानी में सोमवार देर शाम भारी बारिश के दौरान हुए भूस्खलन के मलबे में तीन यात्री वाहन दब गए जिससे उनमें सवार मध्य प्रदेश के तीन श्रद्धालुओं समेत चार की मृत्यु हो गई और सात अन्य श्रद्धालु घायल हो गए.

गंगोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग तथा यमुनोत्री राष्ट्रीय राजमार्ग भूस्खलन के कारण करीबी आधा दर्जन स्थानों पर बाधित हैं जहां तीन-चार हजार यात्री फिलहाल फंसे हुए हैं.

श्रीनगर

बारिश के मौसम में यात्रा से बचें

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भारी बारिश के दौरान श्रद्धालुओं और पर्यटकों से अनावश्यक यात्रा करने से बचने का अनुरोध किया है. राज्य सरकार ने कहा, ' केदारनाथ धाम आ रहे श्रद्धालुओं और कांवड़ियों से अनुरोध है कि लगातार बारिश को देखते हुए अपनी यात्रा करें और अपने को सुरक्षित रखें. प्रशासन ने लोगों से रूद्रप्रयाग संगम में बढ़ रहे जलस्तर को देखते हुए उससे दूरी बनाए रखने को भी कहा है.