Kanpur: ‘समाजवादी इत्र’ लॉन्च करने वाले कारोबारी पीयूष जैन के घर रेड, नोटों से भरी मिली तिजोरी, 24 घंटे बाद भी चल रहा गिनने का काम
पीयूष जैन के आवास पर छापेमारी (Photo Credits: ANI)

लखनऊ: हाल ही में समाजवादी इत्र लॉन्च करने वाले कानपुर (Kanpur) के बड़े कारोबारी पीयूष जैन (Piyush Jain) के यहां पड़े छापे में करोड़ों का कालाधन मिला है. दरअसल, कर चोरी की आशंका के मामले में जीएसटी इंटेलिजेंस महानिदेशालय की टीम ने गुरुवार को इत्र कारोबारी पीयूष जैन के घर, फैक्ट्री, ऑफिस और इनसे जुड़े अन्य ठिकानों पर छापा मारा था जिसमें भारी मात्रा में नकद राशि भी बरामद हुई. पीयूष जैन के आनंदपुरी स्थित आवास पर पैसों को गिनने के लिए आठ करेंसी काउंटिंग मशीन लगाये गए है.

केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड (CBIC) के अध्यक्ष विवेक जौहरी के मुताबिक छापेमारी में लगभग 150 करोड़ रुपये की नकदी ज़ब्त की गई है. अभी भी नोटों की गिनती की जा रही है. जौहरी ने बताया कि फर्ज़ी बिल और क्रेडिट का मामला है. हमने पाया कि 2-3 पार्टी बिना बिल के माल निकाल रही थी. फर्ज़ी बिलों के माध्यम से सामान को उसकी असल किमत से कम बताया गया है. मामले में कार्रवाई जारी है.

CBIC अधिकारी ने कहा “हमें जानकारी मिली है कि पान मसाला और जी कंपनी त्रिमूर्ति फ्रेग्रेंस बिना इनवाइस और बिना टैक्स चुकाए मटेरियल का परिवहन कर रही है. हमने लगभग 150 करोड़ रुपये की नकदी जब्त की है, अभी गिनती जारी है. हालांकि उन्होंने मान लिया है कि उन्होंने बिना टैक्स चुकाए और बिना इनवाइस काटे माल निकाला था और लगभग 3 करोड़ टैक्स चुका दिया है. अभी तक कोई गिरफ़्तारी नहीं हुई है. कानपुर और उन्नाव में सर्च चल रहा है.”

150 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का खुलासा

छापेमारी का नेतृत्व मुंबई की एक टीम ने किया और इसकी निगरानी में कानपुर के आयकर अधिकारियों की टीम ने भी छापेमारी की. इसी तरह की छापेमारी मुंबई और गुजरात में जैन के प्रतिष्ठानों पर की गई. अधिकारियों के मुताबिक करीब 150 करोड़ रुपये की टैक्स चोरी का मामला सामने आया है. यह टैक्स चोरी मुख्य रूप से शेल कंपनियों के जरिए की गई है.

कौन हैं पीयूष जैन?

आनंदपुरी निवासी पीयूष जैन मूल रूप से कन्नौज के छिपट्टी के रहने वाले हैं. कन्नौज में उनका एक घर, परफ्यूम फैक्ट्री, कोल्ड स्टोर, पेट्रोल पंप भी है. पीयूष जैन का मुंबई में एक घर, हेड ऑफिस और शोरूम भी है. उनकी कंपनियां भी मुंबई में ही पंजीकृत हैं. अधिकारियों के मुताबिक, पीयूष जैन की करीब 40 कंपनियां हैं, जिनमें से दो मध्य पूर्व में हैं. अधिकारियों ने कहा कि वह मुख्य रूप से कन्नौज में इत्र व्यवसाय में हैं, जबकि समूह का मुंबई में एक शोरूम है, जहां से पूरे देश और विदेशों में इत्र बेचा जाता है.

छापेमारी के दौरान यह भी पता चला कि कंपनी ने शेल कंपनियों के नाम पर कर्ज लिया था. कंपनी के विदेशी लेनदेन भी बहुत बड़े हैं. इस बीच, एक आईटी अधिकारी ने कहा कि आय और कर से संबंधित दस्तावेजों की जांच की जा रही है. एसबीआई अधिकारियों की मदद से नोटों की गिनती की प्रक्रिया अभी भी जारी है. आज समाप्त हो सकती है.

यूपी की सियासत गरमाई!

आपको बता दें कि, पिछले महीने 9 नवंबर को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने पार्टी कार्यालय में इत्र कारोबारी द्वारा बनाए गए समाजवादी इत्र को लॉन्च किया था. उस समय यह दावा किया गया था कि इसके निर्माण में कश्मीर से लेकर कन्याकुमारी तक 22 तरह के प्राकृतिक इत्र का प्रयोग किया गया है. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा था कि इसे 2022 के विधानसभा चुनाव के मद्देनजर बनाया गया है और इसकी खुशबू का असर 2022 के चुनाव में दिखाई देगा.

2022 विधानसभा चुनाव को लेकर बीजेपी और सपा में राजनीतिक बयानबाजी और घमसान लगातार जारी है और अब समाजवादी इत्र बनाने वाले कारोबारी के यहां पड़े छापे और कैश बरामदगी को लेकर भी आने वाले दिनों में राजनीतिक घमासान मचना तय ही माना जा रहा है.