नई दिल्ली: वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शुक्रवार रेल बजट पेश किया. यह बजट रेल यात्रियों की सुख-सुविधाओं को ध्यान में रखकर तैयार किया गया है. इस बजट में यात्री किराये में बढ़ोतरी की उम्मीद कम हैं. हालांकि रेलवे में आदर्श किराया योजना लागू करने की बात सरकार ने कही है. रेल बजट में सबसे ज्यादा फोकस रेल इंफ्रास्ट्रक्चर पर किया गया है.
अपने बजट भाषण में निर्मला सीतारमन ने कहा कि सरकार रेलवे में निजी भागेदारी को बढ़ाने पर जोर दे रही है. रेलवे के विकास के लिए पीपीपी (Public Private Partnership) मॉडल को लागू किया जाएगा. रेल ढांचे में विकास के लिए 50 लाख करोड़ रुपये के निवेश की जरूरत है.
Finance Minister Nirmala Sitharaman: Railway infrastructure would need an investment of Rs 50 lakh crores between 2018 and 2030. PPP to be used to unleash faster development and the delivery of passenger freight services. #Budget2019 https://t.co/kvLQfaMH59
— ANI (@ANI) July 5, 2019
आम चुनाव के करीब महीनेभर बाद पेश होने वाले रेल बजट में योजनाओं की छड़ी लगने की उम्मीद पहले ही जताई गई थी. यह चौथी बार है जब रेल बजट को आम बजट के साथ ही पेश किया गया. मोदी सरकार ने अपने पहले कार्यकाल के दौरान 92 साल पुरानी परंपरा को खत्म करते हुए रेल बजट को आम बजट के साथ पेश करने का फैलसा किया.
शुक्रवार को जारी किए गए आर्थिक समीक्षा 2018-19 में कहा गया है कि लागत प्रभावी लंबी दूरी के परिवहन के क्षेत्र में रेलवे ने उल्लेखनीय प्रगति की है. साथ ही देश में बीते वित्त वर्ष के दौरान ट्रेनों की टक्कर की कोई घटना नहीं हुई और ट्रेनों की बेपटरी होने की घटनाओं में भी कमी आई. रेलगाड़ियों के बेपटरी होने की घटना 2016-17 के 78 से घटकर 2018-19 में 46 हो रह गई. इसके अलावा भारतीय रेल नेटवर्क का शतप्रतिशत विद्युतीकरण का लक्ष्य तेजी से पूरा किया जा रहा है.