
24 मई को चीन के Qilian पर्वतों में पैराग्लाइडिंग कर रहे Peng Yujiang नाम के एक शख्स के साथ ऐसा हादसा हुआ, जिसे सुनकर किसी के भी रोंगटे खड़े हो जाएं. Peng एक तेज़ बादल भंवर (Cloud Suck) में फंस गए और 28,200 फीट की ऊंचाई तक उड़ गए – यह माउंट एवरेस्ट की ऊंचाई के लगभग बराबर है. खास बात ये रही कि उनके पास न तो ऑक्सीजन मास्क था और न ही कोई सुरक्षा उपकरण.
-40 डिग्री और बर्फीली हवाएं
इतनी ऊंचाई पर -40°C तापमान और तेज़ बर्फीली हवाओं के बीच Peng का शरीर सुन्न होने लगा. उन्होंने बताया कि उनके हाथ इतने ठंडे हो गए कि पैराशूट पर कंट्रोल करना मुश्किल हो गया. ऑक्सीजन की भारी कमी और थरथराती हवाओं के बावजूद Peng ने पूरे 72 मिनट की उड़ान का वीडियो रिकॉर्ड किया.
सबकुछ सफेद, दिशाओं का कोई अंदाज़ा नहीं
Peng ने मीडिया को बताया, "सबकुछ सफेद था. मुझे कुछ नहीं दिख रहा था. अगर मेरे पास कंपास न होता, तो मुझे ये भी नहीं पता चलता कि मैं किस दिशा में जा रहा हूं. मुझे लगा मैं सीधा उड़ रहा हूं, लेकिन हकीकत में मैं गोल-गोल घूम रहा था."
वो बार-बार नीचे उतरने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन हवाएं उन्हें और ऊपर लिए जा रही थीं. Peng के चेहरे और उंगलियों में frostbite (ठंड से त्वचा खराब होना) हो गया. गनीमत रही कि वह किसी भी खतरनाक तूफान की चपेट में नहीं आए.
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केवल 5 साल का अनुभव और फिर भी कर दिखाया कमाल
Peng को पैराग्लाइडिंग करते हुए सिर्फ 5 साल हुए हैं, लेकिन जिस तरह उन्होंने इतनी मुश्किल परिस्थितियों में खुद को संभाला, उसने दुनियाभर के लोगों को हैरान कर दिया. सोशल मीडिया पर लोग उन्हें 'लीजेंड' कह रहे हैं. पैराग्लाइडिंग की दुनिया में अब उन्हें एक सम्मानित शख्सियत माना जा रहा है.
Google पर बढ़ी पैराग्लाइडिंग की सर्च
27 से 29 मई के बीच Google India पर 'Paragliding' टॉप ट्रेंड में रहा. लोग जानना चाहते थे कि Peng के साथ क्या हुआ और क्या वो सुरक्षित हैं.
अब 6 महीने का बैन!
लेकिन कहानी यहीं खत्म नहीं हुई. Peng को अब 6 महीने के लिए उड़ान भरने से बैन कर दिया गया है. वजह? उन्होंने उड़ान से पहले कोई फ्लाइट प्लान जमा नहीं किया था. उनके साथी Gu Zhimin को भी सज़ा मिली क्योंकि उन्होंने Peng का वीडियो बिना अनुमति के सोशल मीडिया पर शेयर किया.
Gansu Aero Sports Association ने इस घटना को ‘दुर्घटना’ बताया, लेकिन नियमों के उल्लंघन की वजह से Peng पर प्रतिबंध लगा दिया गया. इस फैसले की घोषणा 28 मई को की गई.
सोशल मीडिया पर लोगों का रिएक्शन
जहां कई लोग Peng को सजा मिलने से नाराज़ हैं और कह रहे हैं कि व्यक्तिगत अनुभव साझा करने पर सजा नहीं मिलनी चाहिए, वहीं कुछ लोगों का मानना है कि इस फैसले से रिस्क लेकर स्टंट करने वालों को रोका जा सकेगा.
अब दोबारा उड़ान भरने का इरादा नहीं
Peng ने कहा कि इस हादसे ने उन्हें अंदर से हिला दिया है और वे निकट भविष्य में दोबारा उड़ान भरने की योजना नहीं बना रहे.
यह घटना एक रोमांचक अनुभव और खतरनाक सच्चाई के बीच की बारीक रेखा को दिखाती है. Peng Yujiang की बहादुरी काबिल-ए-तारीफ है, लेकिन सुरक्षा नियमों का पालन करना भी उतना ही जरूरी है. ये कहानी उन सभी के लिए सबक है जो रोमांच की तलाश में जोखिम उठाने से पीछे नहीं हटते.