गणतंत्र दिवस पर पाकिस्तानी रेंजर्स को नहीं खिलाई गई मिठाई, अटारी-वाघा बॉर्डर पर हुआ केवल बीटिंग रिट्रीट कार्यक्रम
भारतीय सेना (Photo Credit-PTI)

नई दिल्ली: पाकिस्तान (Pakistan) की नापाक हरकतों से सीमा पर उत्पन्न हुए तनाव के चलते इस बार अटारी बॉर्डर (Attari Border) पर मिठाईओं का आदान-प्रदान नहीं किया गया. दरअसल हर साल गणतंत्र दिवस (26 जनवरी) के मौके भारत और पाकिस्तान की सेना एक दूसरे को मिठाईयां बांटती थी. यह परंपरा दशकों से चली आ रही है. हालांकि 71वें गणतंत्र दिवस (Republic Day 2020) पर अटारी-वाघा बॉर्डर पर बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी (Beating Retreat Ceremony) का आयोजन किया गया था.

बीटिंग रिट्रीट सेरेमनी में भारतीय थलसेना, वायु सेना और नौसेना के बैंड पारंपरिक धुन के साथ मार्च करते हुए दमखम दिखाते हैं. वहीं दूसरी ओर पाकिस्तानी जवान बीटिंग रिट्रीट का हिस्सा होते है. इस मौके पर भारत और पाकिस्तान दोनों देश के झंडा झुकाया जाता हैं. इस दौरान देशवासी अपने जवानों का तालियों और नारो से खूब हौसलाफजाई करते है. देशभर में धूमधाम से मनाया जा रहा है 71वां गणतंत्र दिवस, यहां देखें तस्वीरें

पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा के पास भारतीय बलों द्वारा कथित ‘‘संघर्षविराम उल्लंघन’’ को लेकर विरोध दर्ज कराने के लिए एक भारतीय राजनयिक को शनिवार को तलब किया था. आरोप लगाया गया था कि भारतीय सेना की गोलीबारी में सीमापार के सेरियन गांव की 21 वर्षीय युवती घायल हुई थी.

पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने एक बयान में कहा कि नियंत्रण रेखा के पास चिरीकोट सेक्टर में ‘‘गोलीबारी को लेकर पाकिस्तान का कड़ा विरोध दर्ज कराने के लिए’’ विदेश कार्यालय ने भारत के उच्चायोग के ‘‘एक वरिष्ठ राजनयिक’’ को तलब किया था.