भारत में 7 जुलाई को दोपहर 12 बजकर 1 मिनट पर हुआ बिजली का रिकॉर्ड इस्तेमाल, सरकार ने पेश किए आंकड़े
प्रतिकात्मक तस्वीर (Photo credits: facebook)

नई दिल्ली: देश में 7 जुलाई, 2021 को दोपहर 12:01 बजे बिजली की अब तक की सर्वाधिक मांग दर्ज की गई.  2 जुलाई, 2020 को रात्रि 10:21 बजे की तुलना में 2,00,570 मेगावाट की यह मांग 17.6 प्रतिशत अधिक है. पॉवर सिस्‍टम ऑपरेशन कॉरपोरेशन लिमिटेड-पीओएसओसीओ की ओर से जुलाई 2021 के लिए प्रणाली संचालन संबंधी वि‍वरण में इसे सामने लाया गया है. बिजली की दरों में औसतन 6.19 फीसदी की बढ़ोतरी की घोषणा

रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि जुलाई 2021 में प्रतिदिन औसत ऊर्जा उपभोग (4049 एमयू) जुलाई 2020 (3662 एमयू) की तुलना में 10.6 प्रतिशत अधिक था. ‘’अधिकतम अखिल भारतीय ऊर्जा आपूर्ति’’ भी पिछले समय की तुलना में सर्वाधिक पायी गयी. 7 जुलाई को इसे 4508 एमयू दर्ज किया गया था, जो 28 जुलाई, 2020 को 3931 एमयू की तुलना में 14.7 प्रतिशत अधिक था.

विद्युत मंत्रालय द्वारा जारी आंकड़ों के अनुसार, अक्षय ऊर्जा के क्षेत्र में भी उल्‍लेखनीय वृद्धि दर्ज की गई है. जुलाई, 2021 में औसत सौर ऊर्जा उत्‍पादन (158 एमयू प्रतिदिन) दर्ज किया गया, जो जुलाई, 2020 (147 एमयू प्रतिदिन) की तुलना में 7.6 प्रतिशत अधिक था. जुलाई, 2021 में औसत पवन ऊर्जा उत्‍पादन (349 एमयू प्रतिदिन) दर्ज किया गया, जो जुलाई, 2020 (212 एमयू प्रतिदिन) की तुलना में 64.5 प्रतिशत अधिक था. इसके अलावा, 27 जुलाई, 2021 को सौर और पवन ऊर्जा का उत्‍पादन 43.1 गीगावाट दर्ज किया गया, जो अब तक का सर्वाधिक है. इससे पहले, 11 जून, 2021 को इसे 41.1 गीगावाट दर्ज किया गया था.

जुलाई, 2021 में नियमन अप एंड डाउन के तहत वितरित ऊर्जा - रिजर्व रेगुलेटेड एंसिलरी सर्विसेज (आरआरएएस) क्रमश: 113.8 एमयू और 334.8 एमयू थी. जुलाई 2021 में ऑटोमेटिक जनरेशन कंट्रोल (एजीसी) के तहत वितरित कुल नियमन अप एंड डाउन सिगनल – एजीसी क्रमश: 46.1 एमयू और 105.2 एमयू थे. जुलाई 2021 में आईईजीसी बैंड (49.9 हर्ट्ज – 50.05 हर्ट्ज) के भीतर सभी दिनों के लिए ग्रिड फ्रीक्‍वेंसी औसत 74.9 प्रतिशत दर्ज की गई, जो पिछले महीने की औसत (74.5 प्रतिशत) से थोड़ा अधिक है.