कोलकाता: पश्चिम बंगाल में त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव के लिए सोमवार सुबह सात बजे से मतदान प्रक्रिया शुरू हो गई. सुबह से ही समाज के विभिन्न तबके के लोगों को मतदान केंद्रों के बाहर लंबी-लंबी कतारों में खड़े देखा गया. इस बीच आसनसोल जिले के रानीगंज में बांसरा इलाके से बमबारी की खबर आ रही है. चुनाव पूर्व सर्वेक्षणों में अनुमान जताया गया था कि भारतीय जनता पार्टी इन चुनाव में वाममोर्चे और कांग्रेस को पीछे छोड़ देगी और तृणमूल के समक्ष मुख्य प्रतिद्वंद्वी पार्टी के तौर पर उभरकर सामने आएगी. बीजेपी को राज्य में काफी समर्थन मिल रहा है. बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह का भी पश्चिम बंगाल पर खास ध्यान दे रहे हैं.
आंकड़ों से पता चलता है कि त्रिस्तरीय पंचायत चुनाव में कुल 58,692 सीटों में से 20,076 सीटों पर पहले ही निर्विरोध उम्मीदवार चुन लिए गए हैं. सर्वोच्च न्यायालय ने राज्य निर्वाचन आयोग से निर्विरोध जीतने वाले उम्मीदवारों के सर्टिफिकेट जारी नहीं करने को कहा है.
Voting underway for Panchayat Elections in #WestBengal, visuals from a polling booth in Cooch Behar. pic.twitter.com/lGLcp3s3eT
— ANI (@ANI) May 14, 2018
सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम:
राज्य निर्वाचन आयोग का कहना है कि चुनाव के लिए सुरक्षा के सभी इंताजम किए गए हैं. सभी बूथों पर सशस्त्र बलों की तैनाती की गई है. अतिसंवेदनशील व संवेदनशील बूथों पर विशेष नजर रखी जा रही है.
Voters standing in a queue outside a polling booth in Purulia's Chakra to cast their vote for Panchayat Elections #WestBengal pic.twitter.com/gVBBCYfQKb
— ANI (@ANI) May 14, 2018
बता दें कि चुनाव से पहले जमकर प्रचार हुआ था. सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच आरोप प्रत्यारोप की राजनीति हुई. विपक्ष ने टीएमसी पर आरोप लगाए तो ममता सरकार ने भी विपक्ष पर पलटवार किया. विपक्ष का आरोप था कि नामांकन के दौरान ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी ने हिंसा की.
तृणमूल कांग्रेस के समर्थकों पर हिंसा का आरोप लगाते हुए विपक्षी पार्टियों हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी गुहार लगाई थी. वहीं नामांकन दाखिल करने से रोके जाने के विपक्ष के आरोपों के चलते हाईकोर्ट ने उम्मीदवारों को वाट्सऐप और ईमेल के जरिये भी नामांकन भरने की इजाजत दी थी.
With IANS Input