चंडीगढ़: पंजाब (Punjab) दौरे पर गुरुवार को आए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) ने कांग्रेस (Congress) को जमकर कोसा है. जलंधर में 106वीं भारतीय विज्ञान कांग्रेस का उद्घाटन करने के बाद पीएम मोदी ने गुरदासपुर (Gurdaspur) में एक विशाल जनसभा को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने पहले गरीबी हटाओ के नारे के साथ ठगा और अब कर्जमाफी के नाम पर ठग रही है. कांग्रेस सिर्फ चुनाव जीतने के लिए किसानों का कर्ज माफ करती है. जो कि एक पंचवर्षीय योजना की तरह है.
पीएम मोदी ने कहा “जो दशकों तक किसानों के दर्द का इलाज नहीं ढूंढ पाए, न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर फैसला टालते रहे वो अब फिर झूठे वायदों से किसान की आंखों में धूल झोंकने में जुटे हैं. जैसे कांग्रेस ने देश को दशकों तक गरीबी हटाओ के नारे के साथ ठगा, वो अब देश को कर्जमाफी के नाम पर ठग रही है.”
यह भी पढ़े- मोदी सरकार का मास्टर स्ट्रोक: किसानों को ब्याजमुक्त मिलेगा लोन, सीधे बैंक अकाउंट में आएगा पैसा
इस दौरान मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ पर हमला बोलते हुए उन्होंने कहा कि वंदे मातरम् पर रोक लगाने वालों से सावधान रहें. जिनका इतिहास राष्ट्रीय सुरक्षा से खिलवाड़ रहा हो, जो आज भी देश के सैनिकों और सेना को कमजोर करने के लिए झूठ फैला रहे हों, जिनका इतिहास सिर्फ एक परिवार के जयगान का रहा हो, जो आज भी वंदे मातरम और भारत माता की जय का विरोध कर रहे हों, रोक लगा रहे हों.
Great euphoria at the huge rally in Gurdaspur. Here is my speech. https://t.co/ScGYpvLNCa
— Narendra Modi (@narendramodi) January 3, 2019
पीएम मोदी ने आगे कहा “जिनका इतिहास हजारों लोगों की बेरहमी से हत्या का हो, जो आज भी दंगों के आरोपियों को मुख्यमंत्री पद का पुरस्कार दे रहे हों, उन लोगों से पंजाब समेत पूरे देश को सतर्क रहने की जरूरत है”.
उन्होंने कहा कि एक परिवार के इशारे पर सिख दंगों के आरोपियों को सज्जन बताकर फाइलें दबाई गईं. इन फाइलों को NDA सरकार ने बाहर निकाला और SIT का गठन किया. जिसका परिणाम आज सबके सामने हैं.
हाल ही में संपन्न हुए पांच राज्यों के विधानसभा चुनाव में बीजेपी की तुलना में कांग्रेस पार्टी ने शानदार प्रदर्शन किया है. जिसका पूरा श्रेय कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को मिला है. इस नेतृत्व का सीधा असर लोकसभा चुनावों पर भी पड़ने के आसार जताए जा रहे है. इसलिए पीएम मोदी खुद लोकसभा चुनावों में अधिक से अधिक सीट जीतने के लिए 20 राज्यों में करीब 100 ताबड़तोड़ रैलियां करने वाले है.