
Ladki Bahin Yojana 10th Installment Date: लाडकी बहन योजना की अप्रैल महीने की 10 वीं क़िस्त कब जारी होगी. महिलाओं को बेसब्री से इंतजार हैं. लेकिन उनका इंतजार ख़त्म होने वाला है. क्योंकि सरकार 30 अप्रैल अक्षय तृतीय या उससे पहले करीब ढाई करोंड महिलाओं के खाते में 1500 राशि जमा करने वाली हैं. हालांकि सरकार की तरफ से पैसे जारी होने को लेकर अधिकारिक तारीख की घोषणा नहीं हुई हैं. लेकिन मीडिया रिपोर्ट की माने तो अप्रैल महीने की 10 वीं क़िस्त 25 से 30 अप्रैल के बीच जारी हो सकती है.
जानें 8वीं और 9वीं क़िस्त के पैसे कब आये थे
इससे पहले महाराष्ट्र में लाडकी बहन योजना की 8 वीं और 9वीं क़िस्त के पैसे पिछले महीने एक साथ जारी हुए थे. हालांकि कुछ लाभार्थी महिलाओं के खाते में पहले 1500 जमा हुए थे, इसके बाद फिर 1500 राशि जाम हुए. यह भी पढ़े: Ladki Bahin Yojana 10th Installment Date: लाडकी बहनों के लिए खुशखबरी! 30 अप्रैल ‘अक्षय तृतीया’ के दिन खाते में जमा होंगे 10वीं क़िस्त के पैसे, डेट आई सामने!
अब तक जमा हुए 9 क़िस्त के 13,500 हजार
लाडली बहन योजना के ततः अबत अक 9 क़िस्त के 13500 रुपये जमाए हुए हैं. वहीं अप्रैल महीने की 10 वीं के पैसे आएंगे तो 1500 हजार रूपये जमा हो जाएंगे.
21-65 साल की उम्र की महिलाओं को मिल रहा है लाभ
इस योजना का लाभ 21 से 65 साल की उम्र की उन महिलालों को लाभ मिल रहा हैं. जो महिला महाराष्ट्र राज्य की स्थायी निवासी हैं. जिनके घर की वार्षिक पारिवारिक आय ₹2.5 लाख से अधिक नहीं हैं. इसके साथ ही महिला के नाम और परिवार में चार चक्के की कार नहीं हैं. उन पात्र महिलाओं के खाते में हर महीने 1500 रुपये आ रहे हैं.
ऐसे करें खाते का बैलेंस चेक
- अगर सरकार की तरफ से पैसे जारी किए जाते हैं, तो आपको एक मैसेज प्राप्त होगा, जिससे आपको जानकारी मिलेगी कि आपके खाते में पैसे आए हैं या नहीं.
- अगर मैसेज प्राप्त नहीं होता है, तो आप ऑनलाइन बैंकिंग का इस्तेमाल करके अपना बैलेंस चेक कर सकते हैं.
- आप एटीएम जाकर भी अपने अकाउंट का बैलेंस चेक कर सकते हैं.
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जुलाई महीने से शुरू हैं यह योजना
महाराष्ट्र मुख्यमंत्री लड़की बहन योजना महाराष्ट्र की महायुति सरकार ने पिछले साल जुलाई महीने में शुरू की थी. जिस योजना के तहत अब तक करीब ढाई करोड़ महिलाओं को लाभ मिल रहा है. हालांकि इस योजना से 11 लाख महिलाओं लिस्ट से बाहर कर दिया गया है. क्योंकिं उनके फ़ार्म से सरकार को कई खामिया पाई गई.