जानें अविश्वास प्रस्ताव का रोचक इतिहास
PM नरेंद्र मोदी और अमित शाह (Photo Credit: PTI/File)

नई दिल्ली: मोदी सरकार के खिलाफ विपक्ष के अविश्वास प्रस्ताव पर आज लोकसभा में बहस और वोटिंग होगी. मोदी सरकार के खिलाफ विपक्षी धड़े द्वारा संसद के मानसून सत्र के पहले दिन अविश्वास प्रस्ताव को संसद में पेश किया गया था. वैसे मोदी सरकार के पास बहुमत से ज्यादा सांसद है. यही वजह है कि वह इस अविश्वास प्रस्ताव में सफल होने को लेकर आश्वस्त है. वहीं, विपक्ष भी कॉंफिडेंट नजर आ रहा है. वैसे ये विपक्ष के एकजुटता की अग्निपरीक्षा भी होगी.

वैसे ये पहली बार नहीं हैं कि किसी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाया गया है. अब तक सदन में कुल 26 बार अविश्वास प्रस्ताव पारित हो चुका है. लेकिन अब तक सिर्फ दो बार ही विजय मिली है.

नेहरू सरकार के खिलाफ पहली बार आया था प्रस्ताव:

साल 1963 में जवाहर लाल नेहरू की सरकार के खिलाफ पहली बार अविश्वास प्रस्ताव पेश किया गया था. समाजवादी नेता आचार्य कृपलानी ने यह प्रस्ताव पेश किया था. यह प्रस्ताव 347 मतों से गिर गया था और नेहरु सरकार ने अपना कार्यकाल पूरा किया था.

लाल बहादुर शास्त्री की सरकार के खिलाफ भी आ चूका है अविश्वास प्रस्ताव:

लाल बहादुर शास्त्री के तीन साल के कार्यकाल के दौरान विपक्ष ने तीन बार अविश्वास प्रस्ताव लाया था, लेकिन वे सफल नहीं हो सकते थे. हर बार शाश्त्री ने बहुमत साबित कर दिया था.

सबसे ज्यादा इंदिरा गांधी के खिलाफ आया अविश्वास प्रस्ताव:

इंदिरा गांधी के प्रधानमंत्री रहने के दौरान सबसे ज्यादा अविश्वास प्रस्ताव लाये गए. उनके कार्यकाल के दौरान 15 बार प्रस्ताव पेश किया गया. मगर एक बार भी विपक्ष को कामयाबी नही मिली. 1987 में राजीव गांधी सरकार के खिलाफ भी अविश्वास प्रस्ताव लाया गया था लेकिन ध्वनि मत से उस प्रस्ताव को हरा दिया गया था.

नरसिम्हा राव की सरकार को भी तीन बार अविश्वास प्रस्ताव का सामना करना पड़ा. नरसिम्हा राव की सरकार के खिलाफ भी विपक्ष आंकड़े नहीं जूता पाया था.

इनकी गिरी सरकार:

अब तक सिर्फ तीन बार, 1990 में वी.पी. सिंह सरकार, 1997 में एच.डी. देवेगौड़ा सरकार और 1999 में अटल बिहारी वाजपेयी सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पास हो गया और सरकार गिरी है.

बता दें कि इस बार टीडीपी एनडीए सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाई है.