KV Kamath to Replace Nirmala Sitharaman as Finance Minister? वित्त मंत्री के रूप में निर्मला सीतारमण की जगह ले सकते हैं केवी कामथ, सोशल मीडिया पर अफवाहें तेज

नई दिल्ली: राजनीतिक गलियारों और सोशल मीडिया पर इन दिनों एक अफवाह तेजी से फैल रही है जिसमें कहा जा रहा है कि फेमस बैंकर कुंदापुर वी कामथ (KV Kamath) जल्द ही निर्मला सीतारमण की जगह भारत के केंद्रीय वित्त मंत्री (Minister of Finance) का पद संभाल सकते हैं. दावा किया जा रहा है कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) की छुट्टी हो सकती है और उनकी जगह बैंकिंग क्षेत्र के दिग्गज केवी कामथ को जिम्मेदारी मिल सकती है. केवी कामथ ने हाल ही में ब्रिक्स के पांच सदस्य देशों के नेतृत्व में नेशनल डेवलपमेंट बैंक (एनडीबी) के अध्यक्ष के रूप में पद छोड दिया, जिसके बाद इन अटकलों में तेजी आ गई. केवी कामथ के मोदी सरकार में शामिल होने की अटकलों पर सरकार की तरफ से कोई बयान नहीं आया है.

मोदी सरकार में कामथ के शामिल होने की अफवाहें पिछले एक सप्ताह से तेजी से फैल रही हैं. सोशल मीडिया पर और ट्वीटर पर ऐसे कई पोस्ट्स हैं जिनमें यूजर्स इस विषय पर बात कर रहे हैं. कई ट्वीट में लोग सवाल कर रहे हैं कि क्या पीएम नरेंद्र मोदी वित्त मंत्री सीतारमण को फायर करने वाले हैं? कुछ ट्वीटस में कहा गया है कि यह महज अफवाह है. ऐसा कुछ नहीं है. यह भी पढ़ें- वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने विपक्ष पर साधा निशाना, कहा- मैं हाथ जोड़कर कहती हूं हमें मजूदरों के लिए एक साथ मिलकर काम करना चाहिए.

सोशल मीडिया पर अफवाह-

वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की छुट्टी? 

कार्ति चिदंबरम का ट्वीट-

केवी कामथ पर चर्चा-

कौन हैं केवी कामथ

केवी कामथ ICICI बैंक के गैर-कार्यकारी चेयरमैन हैं. 72 साल के कामथ इंफोसिस के चेयरमैन भी रह चुके हैं. कामथ की गिनती देश के बेस्ट बैंकर्स में होती है. कामथ ने 1971 में अपने करियर की शुरुआत आईसीआईसीआई फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन से की थी और इसी संस्था ने ICICI बैंक की स्थापना की और 2002 में बैंक और इस संस्था का विलय कर दिया गया था.

केवी कामथ साल 1998 में ICICI बैंक से इस्तीफा देकर एशियन डेवलपमेंट बैंक में शामिल हो गए थे. लंबे समय तक इस संस्था से जुड़े रहने के बाद एक बार फिर 1996 में कामथ ICICI के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ बन कर वापस आ गए. साल 2009 में केवी कामथ ने इस संस्था के मैनेजिंग डायरेक्टर और सीईओ पद से रिटायरमेंट लेते हुए आईसीआईसीआई के गैर-कार्यकारी चेयरमैन की भूमिका में आ गए.